पराली प्रबंधन: नॉर्वे की मंत्री ने किया फिरोजपुर में प्लांट का दौरा, अब राजस्थान में प्लांट लगाने की तैयारी

सीमावर्ती जिले में एस.ए.ई.एल. की विशेष पहल, नॉर्वे की मंत्री ने किया फिरोजपुर में प्लांट का दौरा, प्रदूषण रोकने के प्रयासों की सराहना की

सीमावर्ती जिला होने के बावजूद पराली प्रबंधन करने एवं प्रदूषण पर नियंत्रण करने हेतु एस.ए.ई.एल. कंपनी की विशेष पहल के अंतर्गत नॉर्वे के विदेश मंत्रालय की अंतर्राष्ट्रीय विकास मंत्री एनी बीथ ट्विनरैम के नेतृत्व में विशेष प्रतिनिधिमंडल ने वीरवार को फिरोजपुर में पराली से बिजली बनाने के एस.ए.ई.एल. प्लांट का दौरा किया। इस दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने पराली से बिजली बनाने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
उन्होंने भारत और पंजाब सरकार द्वारा पराली से बिजली बनाकर प्रदूषण रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

432 मेगावाट प्रतिदिन के हिसाब से बिजली उत्पादन किया जा रहा
नॉर्वे के प्रतिनिधिमंडल को जानकारी देते एस.ए.ई.एल. के सी.ई.ओ. लक्षित आवला ने बताया कि उनकी कंपनी ने मुक्तसर के गांव चन्नो स्थित प्लांट में 2011 से ही बिजली उत्पादन शुरू कर दिया था और फिरोजपुर व जैतो प्लांट में 2019 में बिजली उत्पादन चालू हुआ। उन्होंने बताया कि वह अब तक 10 लाख टन पराली खरीद चुके हैं और यहां लगी मशीनरी से 18 मेगावाट प्रति घंटे एवं 432 मेगावाट प्रतिदिन के हिसाब से बिजली उत्पादन किया जाता है जो कि 7,88,000 मेगावाट प्रति वर्ष बनता है।

प्लांट के आसपास के गांवों में पराली जलाना बंद हुआ
कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर जसबीर आवला ने बताया कि जब से यहां पर पराली प्रबंधन से बिजली बनाना शुरू किया गया है, तब से आसपास के काफी गांवों में पराली जलाने का काम बंद हो गया है और लोगों द्वारा पराली को संभाल कर फैक्टरी में बिजली बनाने के लिए भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि वह प्रतिवर्ष 2 लाख टन पराली का उपयोग करके बिजली उत्पादन कर रहे हैं। इससे प्रदूषण कम हो रहा है एवं वह आगे भी निरंतर लोगों को इस संबंधी जागरूक कर प्रदूषण कम करने के लिए प्रयासरत हैं।

उन्होंने बताया कि पंजाब में उनके 3 प्लांटों में से फिरोजपुर एवं जैतो में 18 मेगावाट प्रति घंटे के हिसाब से और मुक्तसर के गांव चन्नो में 15 मेगावाट प्रति घंटे के हिसाब से बिजली पैदा कर रहे हैं। इनके अलावा पटियाला के जलखेड़ी गांव में 15 मैगावाट प्रति घंटे बिजली पैदा करने हेतु प्लांट इसी महीने चालू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि उनके हरियाणा में 2 प्लांट कुरुक्षेत्र व कैथल में भी कार्यशील हैं जो कि 15-15 मैगावाट प्रति घंटे के हिसाब से बिजली पैदा कर रहे हैं।

राजस्थान में 6 प्लांट लगेंगे, विदेशी सरकारें भी प्रोजेक्टों में दिखा रही विशेष दिलचस्पी
जसबीर आवला ने बताया कि राजस्थान में 6 प्लांट लगाने की तैयारी चल रही है जोकि 15-15 मेगावाट प्रति घंटे के हिसाब से सरकारी पूल में बिजली जमा करवाएंगे। उन्होंने बताया कि विदेशी सरकारें भी उनके इन प्रोजैक्टों में विशेष दिलचस्पी दिखा रही हैं जिसके अंतर्गत अमेरिका व यूरोप के कई देश भी भारत में निवेश कर रहे हैं और आगे और बड़े स्तर पर निवेश करना चाहते हैं।
उन्होंने सरकार से मांग की कि अगर इनके प्रोजेक्ट में सरकार द्वारा विशेष सुविधाएं दी जाएं तो वह बाहरी निवेश के साथ-साथ देश के अंदर प्रदूषित हो रहे वातावरण को स्वच्छ करने में भी सहयोग देंगे और साथ ही देश के अंदर रोजगार का भी सृजन करेंगे।

कंपनी के सी.ई.ओ. लक्षित आवला ने बताया कि फिरोजपुर में चल रहे प्लांट पर करीब 5000 परिवार आश्रित हैं। बिजली बनाने हेतु प्रयोग की जा रही पराली की विशेष चेकिंग हेतु कार्यरत अरविंद बेदी, फ्यूल हैड ने बताया कि बेलर द्वारा गांव-गांव से पराली को इक_ा करके निर्धारित मानकों के अनुसार प्लांट पर लाया जाता है। इस पराली को मानकों के अनुरूप सुनिश्चित करके प्रयोग में लाकर भुगतान कर दिया जाता है।

उन्होंने बताया कि वेस्ट फ्यूल से बिजली पैदा करके पृथ्वी के वातावरण का भी संतुलन नहीं बिगड़ता व इस हेतु वेस्ट को प्रयोग में लाकर बिजली पैदा करना भी वातावरण फ्रेंडली है।
इस अवसर पर नॉर्वे के विदेश मंत्रालय की अंतर्राष्ट्रीय विकास मंत्री एनी बीथ ट्विनरैम के अलावा भारत और श्रीलंका में नॉर्वे की राजदूत मे एलिन स्टेनर, अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री के सचिवालय में वरिष्ठ सलाहकार जॉन ली हैमरस्ट्रॉम, सहायक महानिदेशक हकोन गुलब्रांडन, ओस्लो में नॉरफंड के एम.एफ.ए. के स्वामित्व के प्रभारी विभाग का प्रतिनिधित्व करने वाले साइवर जकारियासेन, रैगनहिल्ड एच. सिमेनस्टेड, लिन सिरी बेंजमिनसेन, होमा लतीफ, मनु आर्य, फिलिपा ब्रारुड, यनिका चनापोल ब्योर्नर बाउगेरुड, वरुण गुप्ता, संजय आहूजा सहित एस.ए.ई.एल. का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।

डी.सी. से बैठक कर जाना फिरोजपुर जिले का इतिहास और कैसे चल रहे विकास कार्य

नॉर्वे के विदेश मंत्रालय की अंतर्राष्ट्रीय विकास मंत्री एनी बीथ ट्विनरैम एवं अन्य उपायुक्त राजेश धीमान व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए। (परमजीत सोढी)

फिरोजपुर,16 नवम्बर (परमजीत सोढी) : नॉर्वे के विदेश मंत्रालय की अंतर्राष्ट्रीय विकास मंत्री एनी बीथ ट्विनरैम के नेतृत्व में नॉर्वे के विशेष प्रतिनिधिमंडल ने वीरवार को फिरोजपुर का दौरा किया। इस मौके पर जहां उन्होंने पराली से बिजली बनाने के एस.ए.ई.एल. प्लांट का दौरा कर पराली से बिजली बनाने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी ली, वहीं भारत और पंजाब सरकार द्वारा पराली से बिजली बनाकर प्रदूषण रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

इसके बाद नॉर्वे के प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासनिक परिसर में उपायुक्त राजेश धीमान के साथ एक विशेष बैठक की। उपायुक्त ने नॉर्वे की मंत्री और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और उन्हें फिरोजपुर जिले के इतिहास, विकास और अन्य गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त एवं जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों और लाभकारियों के साथ सार्वजनिक वितरण प्रणाली के संबंध में बैठक कर इस योजना के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।

उपायुक्त ने बताया कि यह योजना गरीबों के लिए काफी कारगर साबित हो रही है और इस योजना के माध्यम से जिले में 6,10,768 लाभार्थियों को लाभ मिल रहा है, जबकि पंजाब में 1 करोड़ 44 लाख लोग लाभान्वित हो रहे हैं।

सार्वजनिक वितरण प्रणाली की सराहना
जिला खाद्य एवं सिविल आपूर्ति नियंत्रक राज ऋषि मेहरा ने स्मार्ट राशन कार्ड की संपूर्ण प्रक्रिया और लाभार्थियों को राशन वितरण की जानकारी दी। नॉर्वे के विदेश मंत्रालय की अंतर्राष्ट्रीय विकास मंत्री ऐनी बीथ ट्विनरैम और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल ने भारत की सार्वजनिक वितरण प्रणाली की सराहना की और कहा कि वह अपने देश में ऐसी योजना लागू करने के लिए सरकार से बात करेंगे और यदि आवश्यक हो तो इसके लिए भारत सरकार से भी संबंधित सहयोग एवं मार्गदर्शन लेने को कहेंगे।

फिरोजपुर आकर बहुत खुश हुए
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य डाकघर फिरोजपुर में पोस्टल बैंक व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि फिरोजपुर आकर जहां वह बेहद खुश हैं, वहीं सरकार की योजनाओं से भी प्रभावित हैं। इस अवसर पर भारत और श्रीलंका में नॉर्वे के राजपूत मे एलिन स्टेनर, वरिष्ठ सलाहकार जॉन ली हैमरस्ट्रॉम, सहायक महानिदेशक हकन गुलब्रांडसन, सिवेर झाचारिसन, रैगनहिल्ड, एस.ए.ई.एल. के निदेशक जसबीर सिंह आवला, सुखबीर सिंह आवला, सी.ई.ओ.लक्षित आवला, वरुण गुप्ता , एस. संजय आहूजा सहित एस.ए.ई.एल. के कई प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

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