महाशिवरात्रि में बन हैं ये दो शुभ संयोग, जरुर करे अपनी राशि के अनुसार भगवान भोले का अभिषेक
ज्योतिषियों का कहना है कि निशिथ व्यापिनी युक्त चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का पूजन किया जाना शास्त्र सम्मत है। ऐसे में इस बार चार मार्च को महाशिवरात्रि सोमवार को श्रवण नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि योग के दुर्लभ संयोग में आने से विशेष कल्याणकारी मानी जा रही है। इस साल सोमवार को शाम 4.30 बजे से चतुर्दशी तिथि लग रही है, जो पांच मार्च को शाम छह बजे तक रहेगी।
ऐसे में लोगों में महाशिवरात्रि पर्व की तिथि को लेकर दुविधा है। शास्त्र-पुराणों की मान्यता के अनुसार निशिथ व्यापिनी (रात के चार पहर) युक्त फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का व्रत पूजन किया जाना चाहिए। सोमवार भगवान शिव का दिन है। इस दिन श्रवण नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि योग भी है। पुराणों में वर्णन है कि भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह इसी दिन हुआ था। ऐसे में आप अपनी राशि के अनुसार भगवान शिव का अभिषेक करेंगे तो लाभकारी होगा।
मेष राशि: इस राशि के जातक लाल पुष्प और शहद से भोले का अभिषेक करें।
वृष राशि: इस राशि के जातक दूध और दही में मिठा मिलाकर भगवान शिव को अर्पित करें।
मिथुन राशि: इस राशि के जातकों को इस दिन पूजा में भांग अर्पित करनी चाहिए। इससे आपको व्यवसाय में प्रगति मिलेगी।
कर्क राशि: इस राशि के जातक भगवान शिव पर पंचामृत से अभिषेक करें। इससे कार्यों में प्रगति मिलेगी।
सिंह राशि: इस राशि के जातक जल में गुलाब की पत्तियां रखें और चंदन मिलाकर अभिषेक करें।
कन्या राशि: इस राशि के लोगों को भगवान शिव पर कच्चे दूध में धतूरा मिलाकर अभिषेक करना चाहिए।
तुला राशि: इस राशि के जातक दूध, दही और घी को जल में मिलाकर शिव का अभिषेक करें।
वृश्चिक राशि: इस राशि के लोग दूध और गंगाजल मिलाकर बिल्वपत्र उसमें रखें और अभिषेक करें।
धनु राशि: इस राशि के जातकों को शिवलिंग पर चंदन का लेप कर दूध से जलाभिषेक करना चाहिए।
मकर राशि: इस राशि के जातक शिवलिंग पर भूरे चंदन को दूध में मिलाकर अभिषेक करें।
कुंभ राशि: इस राशि के जातकों को दूध में सफेद फूल डालकर अभिषेक करना चाहिए। इसमें धतूरा भी मिलाएं तो और फलदायी होगा।
मीन राशि: इस राशि के जातकों को शिवलिंग पर पीले फूल गंगाजल में मिलाकर जलाभिषेक करना चाहिए।