तो इसलिए YouTube ने हटाए 90 लाख से ज्यादा वीडियो, जानें क्यों…

गूगल के स्वामित्व वाली वीडियो शेयरिंग साइट यूट्यूब खतरनाक या घृणा फैलाने वाले वीडियो हटाने का काम कर रही है. कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई ने सोमवार को कहा कि यूट्यूब ने पिछली तिमाही में ऐसे 90 लाख से अधिक वीडियो हटाए हैं. यह खतरनाक सामग्री को फैलने से रोकने के प्रयासों का हिस्सा है. पिचाई ने यह बात यहां सीएनएन के एक सवाल के जवाब में कही.

बता दें कि भारत में यूट्यूब (YouTube) का उपयोग करने वाले लोगों में करीब 85 प्रतिशत इसे मोबाइल पर देखते हैं. पिछले साल यह प्रतिशत 73 था. जनवरी 2019 के आंकड़ों के अनुसार देश में यूट्यूब के मासिक सक्रिय उपयोक्ताओं की संख्या 26.5 करोड़ हो गयी है. जबकि पिछले साल यह संख्या 22.5 करोड़ ही थी. यूट्यूब को देश में कारोबार करते हुए 11 साल हो चुके हैं.

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यूट्यूब के वार्षिक कार्यक्रम ‘ब्रॉडकास्ट इंडिया’ को संबोधित करते हुए यूट्यूब की वैश्विक मुख्य कार्यकारी सुजैन वोजसिकी ने कहा था कि 26.5 करोड़ मासिक सक्रिय उपयोक्ता के बाद अब हमारा सबसे बड़ा दर्शक वर्ग भारत में है. यह दुनिया में हमारे सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है. सूचना चाहिये हो या मनोरंजन हम आज कंटेट का सबसे बड़ा उपभोग मंच हैं.

उन्होंने कहा था कि पिछले एक साल में मोबाइल पर यूट्यूब देखने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है. हमारे कुल उपयोक्ताओं में से 85 प्रतिशत इसे मोबाइल पर देखते हैं. जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 73 प्रतिशत था. उन्होंने कहा था कि आज 1,200 भारतीय यूट्यूब चैनल ऐसे हैं जिनके सब्सक्राइबर्स की संख्या 10 लाख के पार है जबकि पांच साल पहले यह संख्या मात्र दो थी.

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