नही जानते होगे आप सरसों के तेल से होने वाले ये 5 बेहतरीन लाभ

हमारे घर में किसी भी तरह की सब्जी बनाने के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल आमतौर पर किया जाता है. सरसों के तेल में नॉन-वेज भी बनाया जाता है. सरसों का जितना इस सब्जियों को स्वादिष्ट बनाता है, उतना ही हमारी हेल्थ के भी फायदेमंद है. कई डॉक्टर्स और डाइटिशियन भी खाने में अन्य तेल के मुकाबले सरसों के तेल को प्राथमिकता देते हैं. यह एक औषधि की तरह काम करता है. आपने कई लोगों को सिर दर्द और कान दर्द के दौरान तेल का इस्तेमाल करते हुए भी देखा होगा.

कोरोना वायरस महामारी ने हम सभी को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की चेतावनी दे दी है. लोग कई तरह के काढ़े पी रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि सरसों का तेल खाने में इस्तेमाल करने इम्युनिटी बढ़ती है. इसमें मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड होता है, जोकि शरीर में कोलेस्ट्रोल का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है. सरसों के तेल में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड होता है, जोकि हमारी दिल संबंधित स्वास्थ्य को बेहतर करता है.

दाद-खुजली से बचाव
सरसों के तेल में एंटीबैक्टिरियल और एंटीफंगल तत्व होते हैं और यह डाइजेस्टिव तत्व होतें हैं, जो कि हानिकारक संक्रमण से बचाता है. इसमें ओमेगा 3, ओमेगा 5 फैटी एसिड और विटामिन ई होता है, जो शरीर को पोषण देता है और इम्युन सिस्टम को मजबूत करता है.

साइनस और खांसी-सर्दी से बचाव
सरसों के तेल की तीखे तत्व इसे जमाव और अवरुद्ध साइनस को साफ करने में उपयोगी बनाती है. लहसुन लौंग के साथ गर्म सरसों के तेल से पैरों और छाती के तलवों पर मालिश करने से खांसी और सर्दी से राहत मिल सकती है.

लाल रक्त कोशिका की मजबूती
सरसों का तेल प्लाज्मा, सेल लिपिड और सेल झिल्ली के घटकों के रूप में कई बायोलॉजिकल फंक्शन के लिए हमारे शरीर द्वारा जरूरी वसा का एक प्रमुख स्रोत है. सरसों का तेल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है और लाल रक्त कोशिका की झिल्ली संरचना में सुधार करता है.

दिल संबंधित बीमारियों से सुरक्षा
रिसर्च से पता चला है कि सरसों के तेल के सेवन से दिली की धड़कनों में सुधार, हृदयाघात और एनजाइना में कमी देखी गई है. हृदय संबंधी विकार वाले लोगों के लिए सरसों का तेल एक स्वस्थ विकल्प माना जाता है.

जोड़ों के दर्द और अर्थराइटिस से राहत
नियमित रूप से सरसों के तेल से मालिश करने से मांसपेशियों और जोड़ों को दर्द से राहत मिलती है. सरसों के तेल में मौजूद ओमेगा 3 गठिया के कारण होने वाली कठोरता और दर्द को कम करने में मदद करता है. यह ट्राइग्लिसराइड्स, रक्तचाप और सूजन को कम करके भी मदद करता है.

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