कही आप भी तो भूल नहीं बैठे अपनी कुछ बुरी आदतें को…

आप हमेशा हर एक बेटी सम्मान करें उनकी प्रशन्नता से ही माँ लक्ष्मी की प्रशन्नता है.शक्तिस्वरूपा माता श्री महाकाली, आदिशक्ति माँ दुर्गा ,माँ सरस्वती एवं श्री महालक्ष्मी के रूप में भक्तों का कल्याण करने वाली होती है. इन तीनों की प्रसन्नता से ही मनुष्य समस्त सुखों को भोगकर मोक्ष को प्राप्त करता है.श्री महाकाली शक्ति एवं स्वास्थ्य, माता सरस्वती विद्या एवं बुद्धि एवं महालक्ष्मी अष्टलक्ष्मी को प्रदान करने वाली देवी है.इनको प्रसन्न करना भी आसान है.कही आप भी तो भूल नहीं बैठे अपनी कुछ बुरी आदतें को...

धार्मिक ग्रंथ में वर्णित है की जो व्यक्ति मुख से नखों को तोड़ता है, अपने नखों से पृथ्वी को खोदता है,मन में गलत विचारों को संजोता है,जो निराशावादी है,सूर्योदय के समय भोजन करता है,अर्ध रात्रि में भोजन करता है ,दिन में सोता है या भीगे पैर अथवा वस्त्रहीन सोता है,निरंतर व्यर्थ की बातें एवं परिहास करता है,उसके घर से लक्ष्मी का वास नहीं होता माँ ऐसे स्थानों में कभी नहीं आती है जन्हाँ ऐसे लोग रहते है .

गरूड़ पुराण में बताया गया है की जिस व्यक्ति के घर में बर्तन बिखरे पड़े रहते हो,भोजन का निरादर होता है,साथ ही साथ जो भी पुरुष स्त्री एवं माता-पिता का अपमान करता है,जिस घर में हमेशा लड़ाई,नोकझोक होती हो,जो अस्वच्छ वस्त्रों को धारण करता है ऐसे व्यक्तियों के घर लक्ष्मी का वास नहीं होता.

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