Yogi सरकार का बड़ा फैसला, अब COVID टेस्ट ऑन डिमांड

जुबिली न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश में अब लोग कोरोना की ऑन डिमांड टेस्टिंग करा सकते हैं। राज्य सरकार ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। उत्तर प्रदेश के यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब जरूरत पड़ने पर लोग बगैर डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के भी टेस्टिंग करा सकते हैं।

ऑन डिमांड भी कोविड टेस्ट अब कराया जा सकता है, डॉक्टर प्रिसक्रिप्शन के बिना भी अब कोविड टेस्ट कराया जा सकता है : यूपी अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी pic.twitter.com/NVHLayCUtT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 11, 2020

साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, प्रदेश में कंटेनमेंट जोन की संख्या अब 20000 हो गई है। जिनमें लगभग 16,20,000 मकान चिन्हित हैं, 93,31,000 लोग इन कंटेनमेंट जोन में रह रहे हैं। कंटेनमेंट जोन में पॉजिटिव मामलों की संख्या 49,508 है।
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वहीं उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि सरकार ने इसके लिए एक शासनादेश जारी कर दिया है। इसमें बताया गया है कि कौन से लोग बगैर डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के टेस्टिंग करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि वह व्यक्ति जो किसी संक्रमित के संपर्क में रहा हो, सीधे टेस्टिंग करा सकता है। इसके अलावा लक्षण वाले लोग भी ऑन डिमांड टेस्टिंग करा सकते हैं। अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि किसी व्यक्ति को विदेश जाना हो या किसी काम के लिए कोविड-19 नेगेटिव सर्टिफिकेट की जरूरत है, उस व्यक्ति को भी बिना प्रिस्क्रिप्शन के टेस्टिंग के लिए इजाजत दे दी गई है।
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अपर मुख्य सचिव ने बताया कि कुछ शिकायतें मिली थीं कि लोग टेस्टिंग के समय गलत मोबाइल नंबर और पता दे रहे हैं। इसके लिए भी सरकार ने नई व्यवस्था की है। अब ये लैब की जिम्मेदारी होगी कि कोई भी व्यक्ति अगर टेस्ट कराए तो उसके मोबाइल नंबर की जांच करें। साथ ही एक पहचान पत्र की छायापत्रि देना भी अनिवार्य कर दिया गया है।
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति दो-तीन लैब्स में अपनी कोविड टेस्टिंग कराता है तो उसे सभी जगह एक ही मोबाइल नंबर और एक ही पहचान पत्र देना होगा। अगर वह ऐसा नहीं करता है और अलग-अलग मोबाइल नंबर एवं पहचान पत्र देता है तो उसके खिलाफ दंडनीय कार्रवाई की जाएगी।
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