Yes Bank FPO के जरिए जुटाएगा फंड, मिलेगा कम दर पर शेयर खरीदने का मौका

प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक (Yes Bank) ने कहा है कि वह फोलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) के जरिए फंड जुटाएगा। बैंक की एफपीओ के जरिए 15,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना है। यह ऑफर 15 जुलाई 2020 को खुलेगा और 17 जुलाई 2020 को बंद हो जाएगा। इस ऑफर में निवेशकों को कम दर पर यस बैंक के शेयर खरीदने का मौका मिलेगा।

इससे पहले इस सप्ताह यस बैंक को अपने अपने निदेशक बोर्ड की पूंजी जुटाने वाली समिति (CRC) से एफपीओ के जरिए पूंजी जुटाने की मंजूरी मिली है। यस बैंक ने एक रेगूलेटरी फाइलिंग में कहा, ‘बैंक ने इस प्रस्ताव के संबंध में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के साथ 7 जुलाई 2020 तारीख वाला रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दायर किया है।’

यस बैंक ने बताया कि एफपीओ का आकार 15,000 करोड़ का होगा। यह फंड इक्विटी शेयर्स जारी कर जुटाया जाएगा। इसमें 200 करोड़ रुपये तक का कर्मचारी आरक्षण हिस्सा भी शामिल है।

देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने बुधवार को एक बयान में बताया कि बैंक की केंद्रीय बोर्ड की कार्यकारी समिति ने यस बैंक के एफपीओ में अधिकतम 1760 करोड़ रुपये तक निवेश करने की अनुमति दी है।

यस बैंक ने मंगलवार को कहा था कि बैंक ने 10 जुलाई या इसके बाद सीआरसी की बैठक निर्धारित की है, जिसमें प्राइस बैंड और छूट सहित कई चीजें तय होंगी। गुरुवार सुबह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर यस बैंक का शेयर 2.49 फीसद या 0.65 की बढ़त के साथ 26.75 पर ट्रेंड कर रहा था।

गौरतलब है कि सरकार ने 13 मार्च को संकटग्रस्त यस बैंक के लिए बेलआउट योजना को अनुमति दी थी। इस योजना के तहत एसबीआई को आठ वित्तीय संस्थानों से 10,000 करोड़ रुपया मिला है, जिसमें एसबीआई के 6,050 करोड़ रुपये शामिल हैं।

जानिए क्या होता है एफपीओ

कोई कंपनी शेयर बाजार में लिस्टेड होने के लिए सबसे पहले आईपीओ (IPO) जारी करती है। इसके बाद लिस्टेड कंपनी फिर से शेयरधारकों के लिए शेयर जारी करने के लिए एफपीओ लाती है। आईपीओ को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम और एफपीओ को फॉलो-ऑन या फर्दर पब्लिक ऑफर कहते हैं। कंपनी एफपीओ के माध्यम से अपने कारोबार के विस्तार के लिए पूंजी जुटाने का काम करती है। सामान्य तौर पर एफपीओ में शेयर की कीमत मौजूदा भाव से कम रखी जाती है। आईपीओ और एफपीओ दोनों में ही आम नागरिक शेयर खरीद सकते हैं।

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