पीरियड्स आने पर महिलाओं को स्विमिगं पर लगाई रोक, फिर मिला ऐसा जवाब की छा गया सन्नाटा

पीरियड्स के आधार पर भेदभाव करने पर एक महिला ने जो कदम उटाया वो सराहनीय है। सोफी ताबात्द्जे के फेसबुक पोस्ट के मुताबिक एक क्लब ने महिलाओं के पीरियड्स के दौरान पूल में स्विमिंग करने पर प्रतिबंध लगा दिया। सोफी ने क्लब की इस करतूत पर उसे सबक सिखाने की सोची। उन्होंने इस नोटिस की फोटो लेकर उसे अपने फेसबुक पर पोस्ट कर दिया। जब DU की छात्रा ने मार्क जुकरबर्ग से पूछा पीरियड्स पर सवाल 

पोस्ट के वायर होते ही महिलाओं ने क्लब को विरोध शुरू कर दिया और नतीजा देखने को मिला कि क्लब ने फौरन अपनी नोटिस हटा ली। घटना जॉर्जिया के वेक स्वीमिंग और फिटनेस क्लब की है। जहां स्विमिंग के लिए गई सोफी ने देखा कि पूल के सामने नोटिस लगी है कि पीरियड्स के दौरान महिलाएं स्वीमिंग ने करे। क्लब ने इसके पीछे दलील दी कि ऐसा पूल की स्वच्छता और सफाई के कारण फैसला लिया गया है। आखिर क्यों एक मर्द को पहननी पड़ी सैनेटरी पैड? 

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सोफी ने इस नोटिस को अपने फेसबुक वॉल पर पोस्ट किया और लिखा कि क्या आप को पता है कि यह कितना अपमानजनक है? यह महिलाओं के साथ भेदभाव करने जैसा है। इस नियम के अनुसार, हम महीन में 5-6 दिन स्विमिंग नहीं कर पाएंगे। पैसे तो हमसे पुरुषों के बराबर लिए हैं, लेकिन स्विमिंग हम उनसे कम दिन कर पाएंगे। सोफी ने लिखा कि डॉक्टर भी महिलाओं को पीरियड्स के दौरान स्वीमिंग करने की सलाह देते हैं। फिर आप कैसे मना कर सकते हैं। सोफी के इस पोस्ट के बाद क्लब के मैनेजर ने इस विवाद पर माफी मांगी और उस नोटिस को हटा लिया। 

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