दिल्ली में मनचले से खुद भिड़ती रही युवतियां, पुलिस और आस-पास के लोग बने रहे मूकदर्शक

नोएडा। दो दिन पहले ही डीजीपी के आदेश पर पूरे प्रदेश में पुलिस ने राखी विद खाकी अभियान चलाया था। रविवार को रक्षाबंधन के मौके पर पुलिस ने इस अभियान के तहत लड़कियों और महिलाओं से राखी बंधवाकर उन्हें सुरक्षा का वचन दिया था। हालांकि दो दिन में ही पुलिस अपने इस वचन को भूल गई और महिला संबंधी अपराधों में फिर से वही खानापूर्ति वाले पुराने ढर्रे पर वापस लौट आयी है।दिल्ली में मनचले से खुद भिड़ती रही युवतियां, पुलिस और आस-पास के लोग बने रहे मूकदर्शक

मामला सेक्टर 12-22 पुलिस चौकी का है। यहां पुलिस चौकी से कुछ दूरी पर एक मनचला दो युवतियों को अश्लील इशारा कर रहा था। युवतियों ने विरोध किया तो आरोपित उन पर अश्लील टिप्पणी करने लगा। इस पर युवतियों ने बहादुरी दिखाते हुए मनचले को सबक सिखाने की ठान ली। युवतियों ने मनचले को दौड़ाकर वहीं पकड़ लिया। युवतियों ने उसे पकड़कर सड़क पर गिरा लिया, लेकिन किसी तरह मनचला उनकी गिरफ्त से छूटकर भाग निकला।

युवतियों के अनुसार उस वक्त वहां पर काफी संख्या में लोग मौजूद थे। लेकिन कोई उनकी मदद को आगे नहीं आया। लोक तमाशबीन बने देखते रहे। मनचले के भागने के बाद युवतियां तुरंत नजदीक की सेक्टर 12-22 पुलिस चौकी पर मदद लेने पहुंची। वहां पुलिस ने उन्हें ये कहकर टरका दिया कि अभी उनके पास कोई महिला पुलिसकर्मी नहीं है। इसलिए वह उनकी कोई मदद नहीं कर सकती है।

नोएडा (जेएनएन)। दो दिन पहले ही डीजीपी के आदेश पर पूरे प्रदेश में पुलिस ने राखी विद खाकी अभियान चलाया था। रविवार को रक्षाबंधन के मौके पर पुलिस ने इस अभियान के तहत लड़कियों और महिलाओं से राखी बंधवाकर उन्हें सुरक्षा का वचन दिया था। हालांकि दो दिन में ही पुलिस अपने इस वचन को भूल गई और महिला संबंधी अपराधों में फिर से वही खानापूर्ति वाले पुराने ढर्रे पर वापस लौट आयी है।

मामला सेक्टर 12-22 पुलिस चौकी का है। यहां पुलिस चौकी से कुछ दूरी पर एक मनचला दो युवतियों को अश्लील इशारा कर रहा था। युवतियों ने विरोध किया तो आरोपित उन पर अश्लील टिप्पणी करने लगा। इस पर युवतियों ने बहादुरी दिखाते हुए मनचले को सबक सिखाने की ठान ली। युवतियों ने मनचले को दौड़ाकर वहीं पकड़ लिया। युवतियों ने उसे पकड़कर सड़क पर गिरा लिया, लेकिन किसी तरह मनचला उनकी गिरफ्त से छूटकर भाग निकला।

युवतियों के अनुसार उस वक्त वहां पर काफी संख्या में लोग मौजूद थे। लेकिन कोई उनकी मदद को आगे नहीं आया। लोक तमाशबीन बने देखते रहे। मनचले के भागने के बाद युवतियां तुरंत नजदीक की सेक्टर 12-22 पुलिस चौकी पर मदद लेने पहुंची। वहां पुलिस ने उन्हें ये कहकर टरका दिया कि अभी उनके पास कोई महिला पुलिसकर्मी नहीं है। इसलिए वह उनकी कोई मदद नहीं कर सकती है।

युवतियों के अनुसार उन्होंने पहले मामले में पुलिस को अंग्रेजी में शिकायत लिख कर दी। इस पर पुलिस ने कहा कि अगर उन्हें रिपोर्ट दर्ज करवानी है तो हिंदी में शिकायत लिख कर दें। युवतियों के अनुसार उन्हें हिंदी में शिकायत लिखनी नहीं आ रही थी। लिहाजा उन्होंने अगले दिन हिंदी में लिखकर शिकायत दी है।

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