देवरिया कांड में आया नया मोड़, गवाह मानसिक बीमार होने से गुत्थी उलझी

गोरखपुर। देवरिया बाल गृह कांड में एक नई कहानी सामने आ गई। रविवार को अचानक एसपी आवास पर पहुंचे गोरखपुर के एक व्यक्ति ने बताया कि पुलिस जिस लड़की को इस कांड में अपना सह गवाह बता रही है, वह उसकी बेटी है और वह मानसिक रूप से बीमार है। पिता के मुताबिक टीवी पर लड़की अपना नाम करिश्मा बता रही थी, जबकि उसका असली नाम प्रियंका है। पुलिस के दावे, रिकार्ड और अब पिता के सामने आने के बाद इस कांड की गुत्थी और उलझ गई है। 

लखनऊ मेट्रो में काम करने गोरखपुर के बड़हलगंज, छपिया निवासी रामकुंवर यादव देवरिया पुलिस अधीक्षक के आवास पर पहुंचे और पीआरओ से मुलाकात कर बताया कि उसकी एक बेटी है जिसका नाम प्रियंका है। मानसिक रूप से बीमार होने के चलते गोरखपुर के एक मनोचिकित्सक के यहां उसका इलाज चल रहा था। दो महीने पहले प्रियंका संदिग्ध परिस्थितियों में घर से गायब हो गई थी। तभी से वे लोग उसकी तलाश कर रहे थे। दो दिन पहले उन लोगों ने अपनी बेटी को बाल गृह कांड में टीवी पर बयान देते देखा। उसमें बताया गया कि वह इस कांड में पुलिस की तरफ से सह गवाह है।

पुलिस ने बताया कि रिकार्ड के मुताबिक प्रियंका नहीं बल्कि करिश्मा नाम की लड़की सह गवाह है। हालांकि वीडियो में प्रियंका और करिश्मा दोनों एक ही लड़की नजर आ रही हैं। राम कुंवर ने देवरिया पुलिस से अपनी बेटी को सिुपुर्द करने की गुहार लगाई, जिस पर पुलिस ने बताया कि करिश्मा को दूसरे जनपद में भेज दिया गया है। राम कुंवर इसके बाद से अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी बेटी के बारे में जानकारी लेने की कोशिश में लग गया, जबकि सह गवाह को लेकर पैदा हुई इस गुत्थी ने पुलिस को नई परेशानी में डाल दिया। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक रोहन पी. कनय ने बताया कि गोरखपुर से कोई व्यक्ति आया है, जो एक लड़की को अपनी बेटी होने का दावा कर रहा है। उसके दावे और रिकार्ड की जांच कराई जा रही है।

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