तनवीर हैदर उसमानी ने कहा- उलमा कौन होते निदा का हुक्का-पानी बंद करने वाले

बरेली। उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष तनवीर हैदर उसमानी ने निदा खान के खिलाफ फतवा जारी करने पर सख्त एतराज जताया है। उन्होंने कहा है कि फतवे की आड़ लेकर निदा का हुक्का-पानी बंद करने की इजाजत नहीं दी जा सकती। ऐसा किया गया है तो यह ठीक नहीं है। डीएम-एसएसपी से कहा है कि पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त किए जाएं। शाम तक रिपोर्ट भी मांगी है। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में जांच के लिए दो सदस्य टीम भी बरेली भेज रहे हैैं। तनवीर हैदर उसमानी ने कहा- उलमा कौन होते निदा का हुक्का-पानी बंद करने वाले

देश लोकतांत्रिक व्यवस्था से चल रहा फतवे से नहीं

दैनिक जागरण से बातचीत में उसमानी ने दरगाह आला हजरत से दो दिन पहले जारी हुए फतवे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी का भी हुक्का-पानी बंद नहीं किया जाएगा। यह क्या बात हुई कि महिला बीमार है तो उससे कोई मिलने नहीं जाएगा। मौत हो जाए तो जनाजे में शिरकत नहीं करेंगे, दफनाने के लिए कब्रिस्तान में जमीन नहीं देंगे। उसके साथ बैठेंगे नहीं, खाएंगे नहीं। देश लोकतांत्रिक व्यवस्था से चल रहा है। उसे फतवे, फरमान, दारुल इफ्ता, दारुल कजा से नहीं चलने दिया जा सकता। चाहे देवबंद हो या दरगाह आला हजरत, इन मरकजों की आड़ लेकर उलमा को महिलाओं के साथ मनमानी की छूट नहीं दी जा सकती।

अल्पसंख्यक आयोग चुप नहीं रहेगा

उसमानी ने कहा कि दरगाह से एक महिला के खिलाफ हुक्का-पानी बंद कर देने का फतवा जारी कर दिया गया। दूसरी को टीवी डिबेट के दौरान देवबंद के मौलाना ने पीट दिया। सवाल किया कि यह सब क्या हो रहा है? आयोग इन सब हरकतों के खिलाफ चुप नहीं रहेगा। तीन तलाक हो या हलाला, इंसानियत के खिलाफ है। डीएम-एसएसपी से कहा है कि निदा खान नाम की जो महिला है, उसे पर्याप्त सुरक्षा दिलाई जाए। शाम तक पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। 

रात तक पहुंचेगी आयोग की टीम 

आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि मामले की जांच के लिए दो सदस्य टीम गठित की है, जो रात तक बरेली पहुंचेगी। इसमें रुमाना सिद्दीकी और कुंवर इकबाल शामिल हैैं।

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