मनप्रीत ने बताया- मेनिफेस्टो बनाते समय नहीं थी 50 हजार करोड़ के कर्ज की जानकारी

चंडीगढ़। वादों से मुकरने और पीछे हटने के आरोपों पर वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने इसका ठीकरा पूर्व अकाली-भाजपा सरकार पर फोड़ा है। उनका कहना है कि कांग्रेस का मेनिफेस्टो उन्होंने बनाया था, लेकिन सत्ता छोड़ने से एक दिन पहले फूडग्रेन एजेंसियों का 31 हजार करोड़ रुपये का कर्ज और उससे पहले उदय योजना के तहत पावरकॉम का 20 हजार करोड़ का कर्ज अपने ऊपर लेने संबंधी मेनिफेस्टो बनाते समय उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।मनप्रीत ने बताया- मेनिफेस्टो बनाते समय नहीं थी 50 हजार करोड़ के कर्ज की जानकारी

खुदकुशी करने वाले किसानों का कर्ज माफ करेगी सरकार, लेकिन कैप जरूरी

मनप्रीत बादल अपने ऑफिस में अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार ने जाते-जाते 31 हजार करोड़ का कर्ज जो पंजाब की जनता पर लाद दिया है, उसमें अभी तक केंद्र सरकार ने एक भी पैसा नहीं दिया था, जबकि कहा गया था कि ब्याज का दो तिहाई हिस्सा बैंक और केंद्र सरकार मिलकर देंगे।

एक तिहाई हिस्सा पंजाब सरकार को देना होगा। उन्होंने कहा, अकेले फूडग्रेन के कर्ज की 270 करोड़ रुपये की किश्त के कारण सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी जो योजनाएं लागू नहीं हो पा रही हैं। वित्तीय संकट के बावजूद हमारी सरकार ने किसानों का दो लाख रुपये तक का फसली कर्ज माफ किया है। इंडस्ट्री को पांच रुपये प्रति यूनिट बिजली जैसे वादे पूरे किए हैं।

उन्‍हाेंने कहा कि वादे के बावजूद फूडग्रेन के 31 हजार करोड़ के कर्ज का ऑडिट करवाने संबंधी सवाल पर मनप्रीत बादल ने कहा कि इसकी तैयारी शुरू कर दी है। पहले हमने सैंपल ऑडिट करवाया, जिसमें भारी घपले सामने आए हैं। अकेले फूडग्रेन का ही नहीं बल्कि सोशल सिक्योरिटी से जुड़ी योजनाओं का भी ऑडिट करवाया जा रहा है और वह जल्द ही इसका बड़ा खुलासा करेंगे।

मैं बिजली सब्सिडी छोडऩे को तैयार, लेकिन किस हेड में जमा करवाऊं

यह पूछ जाने पर कि किसानों को दी जा रही मुफ्त बिजली पर कैप्टन ने कहा था कि बड़े किसान अपने-अपने हिस्से की मुफ्त बिजली छोड़ दें। इस पर मनप्रीत बादल ने कहा, मैं बिजली सब्सिडी छोड़ने को तैयार हूं लेकिन इसे किस हेड में जमा करवाऊं, अभी इसकी तैयारी नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार इस पर काम कर रही है। जो बड़े किसान इसे छोड़ना चाहते हैं, हम उनके लिए एक हेड बनाएं, ताकि वे अपने बिजली के बिल इसमें जमा करवा सकें।

पूर्ण कर्ज माफी पर अभी कुछ फाइनल नहीं

मनप्रीत बादल ने माना कि सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आत्महत्या करने वाले किसानों का पूरा कर्ज माफ करने संबंधी एेलान किया था। उन्होंने कहा कि किस साल को चुना जाना है, इस बारे में अभी कुछ फाइनल नहीं हुआ है। उनका प्रस्ताव है कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में जिन लोगों ने आत्महत्या की है उनका ही पूरा कर्ज माफ किया जाए। काबिले गौर है कि पूर्व सरकार में सफेद मक्खी के कारण बर्बाद हुई कॉटन के कारण ज्यादातर किसानों ने आत्महत्याएं की हैं, यदि वित्तमंत्री मनप्रीत बादल का प्रस्ताव मान लिया जाता है, तो बड़ी गिनती में आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजन इस राहत से महरूम रह जाएंगे।

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