जब देर से पहुंची समझौता एक्सप्रेस, तो भारत ने दी पाक अधिकारियों को चेतावनी

अमृतसर। भारत-पाक के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस भी जीरो विजिबिलटी की शिकार हो गई। घनी धुंध के चलते लाहौर (पाक) से आने वाली समझौता एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से करीब 2.5 घंटे देरी से अटारी रेलवे स्टेशन पहुंची। समझौता एक्सप्रेस के लेट होने से तल्खी में आए भारतीय रेल अधिकारियों ने पाकिस्तान के अधिकारियों को साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में इस तरह की देरी होने पर गाड़ी को जीरो लाइन से ही वापस वाघा लौटा दिया जाएगा।जब देर से पहुंची समझौता एक्सप्रेस, तो भारत ने दी पाक अधिकारियों को चेतावनी

भारत-पाक के बीच लाहौर से सोमवार को चलते वाली समझौता एक्सप्रेस ने दोपहर 12.30 बजे अटारी स्टेशन पर पहुंचना था, लेकिन यह गाड़ी दोपहर करीब 2.20 बजे अटारी रेलवे स्टेशन पर पहुंची। जांच व अन्य औपचारिकताएं मुकम्मल कर ट्रेन को वापस वाघा भेजने में देरी के कारण भारतीय रेलवे, कस्टम और इमीग्रेशन के अधिकारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिस पर भारतीय अधिकारियों ने अपने समकक्ष पाक अधिकारियों को चेतावनी भरे लहजे में लिखित में कहा है कि भविष्य में अगर समझौता एक्सप्रेस इस तरह पहुंची तो उसे जीरो लाइन से ही वापस भेज दिए दिया जाएगा।

1976 में शुरु हुई थी समझौता एक्सप्रेस 

गौर हो कि भारत-पाक के बीच हुए शिमला समझौते के तहत 22 जुलाई 1976 को अटारी-लाहौर के बीच यह समझौता एक्सप्रेस तीन साल के लिए शुरू की गई थी। बाद में जुलाई 1991 में भारत-पाक के बीच रेल संपर्क जारी रखने के लिए दोनों देशों के बीच एक और समझौता हुआ। जिसके बाद मई 1994 से समझौता एक्सप्रेस सप्ताह में दो दिन चलाने को समझौता हुआ। तब शुरू-शुरू में एक ही गाड़ी के डिब्बे यात्रियों को वाघा से दिल्ली तक लेकर जाते थे लेकिन बाद में पाकिस्तान की गाड़ी के डिब्बे अटारी में रोक कर वहां से यात्रियों को दूसरी गाड़ी में भेजे जाने की व्यवस्था की गई।

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