जब रिश्‍तों में आ जाए दरार तो उसे इस तरह से जोड़ें…

कहते हैं जहां खार नहीं वहां प्‍यार नहीं। छोटी-छोटी तकरार तो प्‍यार के रिश्‍ते में तड़के का काम करतीं हैं। अगर किसी झगड़े के चलते आपका साथी आपसे नाराज है, तो आपको चाहिए कि आगे बढ़कर उसे मना लीजिए। रूठे यार को मना लेने से आपका रिश्‍ता मजबूत ही होगा।जब रिश्‍तों में आ जाए दरार तो उसे इस तरह से जोड़ें... 

कहते हैं जहां खार नहीं वहां प्‍यार नहीं। छोटी-छोटी तकरार तो प्‍यार के रिश्‍ते में तड़के का काम करतीं हैं। अगर किसी झगड़े के चलते आपका साथी आपसे नाराज है, तो आपको चाहिए कि आगे बढ़कर उसे मना लीजिए। रूठे यार को मना लेने से आपको रिश्‍ता मजबूत ही होगा। 
जब आप जिंदगी के दोराहे पर थे, तो आपने उनसे अलग होने की राह चुनी। लेकिन, आज भी दिल के किसी कोने में उनकी याद बसती है। क्‍या आप भी सोचते हैं कि रिश्‍ते को एक मौका दिया जा सकता है। आपको लगता है कि कहीं वो भी इस पसोपेश में है कि रिश्‍ते एक बार फिर शुरू किया जाए। बेशक, आप भावनाओं के वशीभूत हैं। आप चाहते हैं कि क्‍यों न बीती बातों को भुलाकर रिश्‍ते को नए सिरे से फिर सजाया जाए। लेकिन, इस मौके पर कुछ एहतियात बरतनी भी जरूरी है। क्‍योंकि जख्‍़म पर दोबारा चोट लगना वाकई बेहद तकलीफदेह होता है। 

दिमाग से फैसला करें

जरूरत से ज्‍यादा जज्‍बाती इनसान कई बार अपना नुकसान कर बैठता है। सिर्फ भावनाओं के वशीभूत होकर कोई फैसला न करें। दिल और दिमाग के बीच सही संतुलन बनाए रखना जरूरी है। अगर हालात ने आपको अलग कर दिया था। या फिर किसी भटकाव के चलते आपकी राहें जुदा हो गयीं थीं और अब आप दोनों अपनी भूल स्‍वीकार कर आगे बढ़ने को तैयार हैं, तो फिर एक मौका देने में कोई गुरेज नहीं। 

मिलकर करें कोशिश

अगर आप आगे बढ़ना ही चाहते हैं, तो पहली शर्त यह है बीती बातों को भूलना होगा। एक दूजे पर दोषारोपण करने से बचना चाहिए। 
अपने पूर्वाग्रहों को छोड़ रिश्‍ते का ताना-बाना फिर नए सिरे से बुनना होगा। कई बार दूरियां किसी की कीमत का बहुत गहरा अंदाजा करा देती हैं। ऐसे में आपको चाहिए कि एक दूजे के साथ की कद्र करें और मिलकर अपने रिश्‍ते को मजबूत बनाने की कोशिश करें। 

झूठ नहीं सच बोलें 

झूठ किसी भी रिश्‍ते को दीमक की तरह चाट जाता है। इसलिए अपने रिश्‍ते में झूठ का सहारा कभी न लें। सच बोलें और अपने साथ के साथ पूरी ईमानदारी से व्‍यवहार करें। 

प्‍यार में कोई बड़ा छोटा नहीं होता 

समानता की भूमि पर ही प्‍यार के फूल खिलते हैं। प्‍यार में ऊंच नीच की कोई जगह नहीं। न ही गलती तेरी या मेरी की। कभी भी अपने साथी को किसी बात पर नीचा दिखाने की कोशिश न करें। आपस में एक दूजे का साथ देने से ही रिश्‍ता आगे बढ़ता है। 

चलो एक बार फिर से करीबी बन जाएं हम दोनों 

आपके सम्बन्ध में जो पुराना आकर्षण आपको महसूस होता था उसे वापस लौटाने की कोशिश करें। डेट पर जाएं, उपहारों का आदान-प्रदान करें, एक दूसरे से प्यार याचना करें, एक दूसरे के लिए खुद को सजाएं-संवारें और तारीफ करें। मिलजुलकर कोई हॉबी या दूसरा कार्य करने से सम्बन्ध को नई मज़बूती मिलती है।

जब आप जिंदगी के दोराहे पर थे, तो आपने उनसे अलग होने की राह चुनी। लेकिन, आज भी दिल के किसी कोने में उनकी याद बसती है। क्‍या आप भी सोचते हैं कि रिश्‍ते को एक मौका दिया जा सकता है। आपको लगता है कि कहीं वो भी इस पसोपेश में है कि रिश्‍ते एक बार फिर शुरू किया जाए। बेशक, आप भावनाओं के वशीभूत हैं। आप चाहते हैं कि क्‍यों न बीती बातों को भुलाकर रिश्‍ते को नए सिरे से फिर सजाया जाए। लेकिन, इस मौके पर कुछ एहतियात बरतनी भी जरूरी है। क्‍योंकि जख्‍़म पर दोबारा चोट लगना वाकई बेहद तकलीफदेह होता है। 

दिमाग से फैसला करें

जरूरत से ज्‍यादा जज्‍बाती इंसान कई बार अपना नुकसान कर बैठता है। सिर्फ भावनाओं के वशीभूत होकर कोई फैसला न करें। दिल और दिमाग के बीच सही संतुलन बनाए रखना जरूरी है। अगर हालात ने आपको अलग कर दिया था। या फिर किसी भटकाव के चलते आपकी राहें जुदा हो गयीं थीं और अब आप दोनों अपनी भूल स्‍वीकार कर आगे बढ़ने को तैयार हैं, तो फिर एक मौका देने में कोई गुरेज नहीं। 

मिलकर करें कोशिश

अगर आप आगे बढ़ना ही चाहते हैं, तो पहली शर्त यह है बीती बातों को भूलना होगा। एक दूजे पर दोषारोपण करने से बचना चाहिए। अपने पूर्वाग्रहों को छोड़ रिश्‍ते का ताना-बाना फिर नए सिरे से बुनना होगा। कई बार दूरियां किसी की कीमत का बहुत गहरा अंदाजा करा देती हैं। ऐसे में आपको चाहिए कि एक दूजे के साथ की कद्र करें और मिलकर अपने रिश्‍ते को मजबूत बनाने की कोशिश करें। 

झूठ नहीं सच बोलें 

झूठ किसी भी रिश्‍ते को दीमक की तरह चाट जाता है। इसलिए अपने रिश्‍ते में झूठ का सहारा कभी न लें। सच बोलें और अपने साथ के साथ पूरी ईमानदारी से व्‍यवहार करें। 

प्‍यार में कोई बड़ा छोटा नहीं होता 

समानता की भूमि पर ही प्‍यार के फूल खिलते हैं। प्‍यार में ऊंच नीच की कोई जगह नहीं। न ही गलती तेरी या मेरी की। कभी भी अपने साथी को किसी बात पर नीचा दिखाने की कोशिश न करें। आपस में एक दूजे का साथ देने से ही रिश्‍ता आगे बढ़ता है। 

आपके सम्बन्ध में जो पुराना आकर्षण आपको महसूस होता था उसे वापस लौटाने की कोशिश करें। डेट पर जाएं, उपहारों का आदान-प्रदान करें, एक दूसरे से प्यार याचना करें, एक दूसरे के लिए खुद को सजाएं-संवारें और तारीफ करें। मिलजुलकर कोई हॉबी या दूसरा कार्य करने से सम्बन्ध को नई मज़बूती मिलती है।

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