पंजाब: जब मैडम तुसाद म्यूजियम में इस कारोबारी को मिला रूखा जवाब तो यहां बना दिया…

लुधियाना। 17 साल पहले की बात है। मेरी बाइपास सर्जरी हुई थी। डॉक्टर की कंपलीट बेड रेस्ट एडवाइज से वक्त कटना भी मुश्किल हो गया। इस दौरान ऐसे ख्याल आने लगे जो कारोबारी व्यस्तता के चलते अभी तक दबे पड़े थे। दिमाग में बहुत देर से वैक्स म्यूजियम अटका हुआ था।

चूंकि मैं यूके के मैडम तुसाद के वैक्स म्यूजियम से प्रभावित था तो मैंने मैडम तुसाद को फोन करके इंडिया में म्यूजियम खोलने का आग्रह किया। बेहद रूखा जवाब मिला नहीं। मेरी बात तक उन्होंने नहीं सुनी और फोन रख दिया। तब मैंने ठान लिया कि इंडिया में वैक्स म्यूजियम मैं बनाऊंगा। बस उसी साल से मैंने शुरू कर दिया यह मिशन। यह कहानी है महात्मा गांधी से लेकर कपिल शर्मा तक के 62 मोम के बुत बना चुके सिटी के दुगरी रोड स्थित मॉडल टाउन एक्सटेंशन में रहने वाले 72 वर्षीय कारोबारी चंद्रशेखर प्रभाकर की।

पहला बुत महात्मा गांधी का 2001 में बनाया

मोम के बुत बनाने की शुरुआत 2001 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बुत से हुई। इसके बाद बॉलीवुड सुपर स्टार अमिताभ बच्चन, क्रिकेट स्टार सचिन तेंदुलकर, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिवंगत राष्ट्रपति डॉक्टर अब्दुल कलाम, दिवंगत गजल गायक जगजीत सिंह, बॉलीवुड स्टार सलमान खान, ऋतिक रोशन, पूर्व मिस व‌र्ल्ड व बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय, नोबल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा व वर्ष 2017 में कॉमेडियन कपिल शर्मा के बुत भी प्रभाकर के म्यूजियम की शान हैं। प्रभाकर के मुताबिक एक बुत बनाने में करीब 60 हजार रुपये का खर्च आता है। यह खर्च वह खुद करते हैं।

केबीसी थीम पर बना है अमिताभ बच्चन का बुत

पैवेलियन मॉल में प्रभाकर के वैक्स म्यूजियम में सुपरस्टार अमिताभ बच्चन का बुत कौन बनेगा करोड़पति के थीम पर बना है। यहां आने वाले आगंतुक अमिताभ के सामने लगी हॉट सीट पर बैठकर बड़े चाव से फोटो खिंचवाते हैं। हालांकि इस म्यूजियम की एंट्री टिकट 100 रुपये है। प्रभाकर बताते हैं कि इससे पहले उन्होंने जालंधर बाइपास के होटल अमलतास के पास 2500 गज में वैक्स म्यूजियम बनाया था। पैवेलियन मॉल बनने के बाद उन्होंने इसे यहां शिफ्ट कर दिया।

Back to top button