उत्तराखंड के रैणी गांव में लगाया गया वॉटर लेवल अलार्म, सुरंग से निकाला जा रहा पानी

– सुरंग के अंदर जलभराव के बाद पंपिंग मशीन का उपयोग कर पानी निकाला जा रहा है। रैणी गांव के एक क्षेत्र में खोजबीन के लिए टीम रवाना हुई है। जानकारी मिली है कि कई आवारा डॉगी गौरीकुंड में भटक रहे हैं। शवों की तलाश के लिए वहां भी एक टीम भेजी गई है।

अभी भी 146 हैं लापता

– अब तक तपोवन सुरंग से कुल 11 शव निकाले गए हैं। लापता 206 लोगों में से 58 शव बरामद किए जा चुके हैं। अभी 146 लापता हैं।

आपदा प्रभावित रैणी में लगाया गया वॉटर लेवल अलार्म

–  सात फरवरी को ग्लेशियर टूटने से चमोली के रैणी गांव में आपदा आ गई थी। अब यहां एसडीआरएफ द्वारा वॉटर लेवल अलार्म लगा दिया गया है। यहां ऋषिगंगा के पानी का लेवल बढ़ने पर अब समय रहते जानकारी मिल जाएगी।

– पानी भरने से अंदर दलदल बनने की भी आशंका जताई जा रही है।

मलबा हटाने का काम शुरूतपोवन सुरंग में मंगलवार दोपहर से आज बुधवार सुबह तक पंपिंग के जरिए पानी बाहर निकाला गया। जिसके बाद अब सुरंग में फिर मलबा हटाने का काम शुरू हो गया है। 

मंगलवार को टनल से दो शव मिलेऋषिगंगा में आई आपदा के दस दिन बाद मंगलवार को तपोवन टनल से दो और शव मिले। दोनों देहरादून के रहने वाले थे। अभी तक कुल 58 शव और 24 मानव अंग बरामद हो चुके हैं।

अभी भी 146 लोग लापताअबतक कुल 30 शवों और एक मानव अंगाें की शिनाख्त हुई है। अभी भी आपदा में 146 लोग लापता हैं।

आपदा में 206 लोग हो गए थे लापतासात फरवरी को ऋषिगंगा में आई आपदा में 206 लोग लापता हो गए थे, जिनको तलाशने का काम लगातार जारी है। प्रशासन की ओर से लापता लोगों के परिजनों के सैंपल लिए जा रहे हैं। अब तक 91 लोगों के डीएनए सैंपल लिए जा चुके हैं। वहीं जोशीमठ थाने में 179 लोगों की गुमशुदगी दर्ज है। जिन शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है उनके भी डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं।

चमोली डीएम ने दिए अलग-अलग जगाहों पर लापता लोगों की खोज के निर्देशचमोली डीएम स्वाति एस भदौरिया ने रेस्क्यू टीमों के साथ मौके का निरीक्षण कर लापता लोगों की अलग-अलग जगहों पर खोज करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने सर्च टीम को प्रत्यक्षदर्शियों, स्थानीय लोगों एवं परिजनों से जानकारी लेते हुए जहां भी लोगों के दबे होने की आशंका है, वहां मलबे की खुदाई कर तलाश करने के लिए कहा है। ऋषिगंगा तक एप्रोच रोड बनाकर नदी तटों पर फैले मलबे से भी खोज करने को कहा है।

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