जीवन में पाना चाहते हैं सफलता तो अपनी इन आदतों से तुरंत कर लें तौबा

हर व्यक्ति की यही चाहत होती है कि वह जीवन में खूब सफलता पाए और तरक्की करे। उसके पास वो सब कुछ हो जिसका उसने सपना देखा था। इसके लिए वह खूब मेहनत भी करता है। लेकिन कई बार सोचा हुआ काम पूरा नहीं हो पाटा है। वह काम की शुरुआत से पहले ही सफलता और असफलता के बारे में सोचने लगते हैं। कई अबर वह काम में असफल होने के डर से काम की शुरुआत ही नहीं करते हैं। कुछ लोग अपनी कुछ आदतों की वजह से भी जीवन में पीछे रह जाते हैं।

हर व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में हर रोज कुछ ना कुछ ऐसे काम करता रहता है जो हमारे काम को प्रभावित करता है और साथ ही हमें तनाव में भी डाल देता है। जबकि अगर व्यक्ति अपनी उन आदतों और कामों को करना छोड़ दे तो उसका असर साफ़-साफ़ उसके जीवन में देखने को मिलेगा। आज हम आपको आपके जीवन की उन्ही आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप छोड़कर जीवन में काफी तरक्की और सफलता पा सकते हैं।

आज ही इन आदतों से कर लें तौबा:

जब भी आप किसी से बात कर रहे हों तो बार-बार अपने फ़ोन में ना देखें। इसके साथ ही बात करते समय फ़ोन पर किसी व्यक्ति के मैसेज का जवाब भी देने से बचें। अगर आप ऐसा करते हैं तो सामने वाला भले ही कुछ ना कहे, लेकिन इसका आपकी बातचीत पर नकारात्मक असर पड़ेगा।

कई बार हम उन चीजों या उन लोगों के बारे में सोचने लगते हैं, जिनका ना ही हमारे काम और हमारे जीवन से कोई सम्बन्ध होता है। ऐसे में हम अपने समय को उनके बारे में सोचकर बर्बाद ही करते हैं। इसलिए ऐसे लोगों के बारे में सोचने से बचें, इससे आप अपनी उर्जा को अपने काम में लगा पाएंगे।

अगर आप किसी काम में लगे हुए हैं तो फ़ोन पर या लैपटॉप पर आये हुए मैसेज का जवाब तुरंत देने से बचें। पहले अपने काम को ख़त्म करें फिर मैसेज का जवाब दें।

कहा जाता है कि व्यक्ति को बीती बातें भूलकर अपने भविष्य की तरफ ध्यान देना चाहिए। क्योंकि जो हो गया अच्छा या बुरा आप उसे बदल नहीं सकते हैं। इसलिए बीती बातों के बारे में सोचने से केवल समय की बर्बादी ही होती है। हमें अपनी बीती बातों से सबक लेते हुए आगे की तरफ ध्यान देना चाहिए।

कुछ लोगों की आदत होती है कि वह किसी काम की शुरुआत तब तक नहीं करते हैं, जब तक उन्हें यकीन ना हो जाये कि वह उस काम में सफल हो ही जायेंगे। व्यक्ति की यह सोच गलत है। गीता में भी कहा गया है कि व्यक्ति को बिना फल की इच्छा किये हुए अपने कर्म पर ध्यान देना चाहिए।

यह ज्यादातर लोगों की आदत होती है कि वह मुंह पर तो अच्छे से बात करते हैं, लेकिन पीठ पीछे खूब बुराई करते हैं। ऐसा करके आप अपने समय की बर्बादी करते हैं। इससे अच्छा होगा कि आप अपने कीमती समय को किसी रचनात्मक कार्य में लगाएं।

अगर आपको किसी काम को करने का मन नहीं है तो आप किसी का दिल रखने के लिए हाँ ना कहें। इससे ना ही आपका मन उस काम में लगेगा और ना ही आप खुश रह पाएंगे। इसलिए कई बार हाँ कहने से ज्यादा अच्छा ना कहना होता है।

Back to top button