70 से अधिक लोगों को भेजे गए थे पीड़िता के फोटो
गैंगरेप की घटना जिस गेस्ट हाउस में हुई, उसके बाहर से बरामद सेक्स वर्धक दवाएं, व अन्य आपत्तिजनक चीजों की बरामदगी से साफ हो गया है कि यहां जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा था। जांच में खुलासा हुआ है कि व्हाट्सएप के जरिए ग्राहकों को बुलाया जाता था। व्हाट्सएप पर आरोपियों को पीड़िता के फोटोग्राफ भी भेजे गए थे। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि इस पूरे धंधे को सोशल साइट्स और मोबाइल के जरिए आपरेट किया जा रहा था। पीड़िता के फोटोग्राफ 70 से अधिक लोगों को भेजे गए, जबकि गैंगरेप मामले में 40 आरोपियों के शामिल होने का आरोप है। ऐसे में पुलिस कुछ आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत भी धाराएं जोड़ सकती है।
गेस्ट हाउस में नशा भी परोसा जाता था