PWD घोटाले में विनय बंसल को कोर्ट में पेश करने का आदेश

नई दिल्ली। तीस हजारी कोर्ट ने शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में हुए घोटाले में गिरफ्तार विनय बंसल की पेशी के लिए प्रोडक्शन वारंट जारी किया है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संजय खनगवाल ने मामले में तिहाड़ जेल के अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है। कोर्ट ने पूछा है कि विनय की एक दिन की न्यायिक हिरासत खत्म होने के बाद उन्हें पेश क्यों नहीं किया गया। इसकी कोई सूचना क्यों नहीं दी गई। कोर्ट ने शनिवार को विनय बंसल को पेश करने का आदेश दिया है।PWD घोटाले में विनय बंसल को कोर्ट में पेश करने का आदेश

14 मई को होगी जमानत याचिका पर सुनवाई

वहीं, विनय बंसल की ओर से वकील बीएस जून ने जमानत याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि इस केस में दर्ज एफआइआर झूठी है। विनय जांच में सहयोग कर रहे हैं। वह फिलहाल एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती हैं। कोर्ट ने जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए 14 मई की तारीख तय की है।

कोर्ट में बेहोश होकर गिर पड़े विनय 

गुरुवार को कोर्ट में पेशी के दौरान विनय बेहोश होकर गिर पड़े थे। कोर्ट ने विनय की तबीयत बिगड़ने के कारण भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) को उनकी रिमांड देने से इन्कार करते हुए एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।

सुरेंद्र बंसल भी थे आरोपी

बता दें कि एसीबी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साढ़ू सुरेंद्र बंसल के बेटे विनय बंसल को बृहस्पतिवार सुबह पीतमपुरा स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया था। इस घोटाले में सुरेंद्र बंसल भी आरोपी थे, लेकिन गत वर्ष दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई थी।

फर्जी बिल हुए पास 

एसीबी के मुताबिक, जांच में पता चला है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर वर्ष 2015 में पीडब्ल्यूडी द्वारा दिल्ली के बवाना इलाके में शनि मंदिर से बकौली गांव तक नाले के निर्माण का टेंडर अपने साढ़ू सुरेंद्र बंसल की रेनू कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिलवा दिया था। मुख्यमंत्री के साढ़ू से जुड़ा मामला होने के कारण उनकी कंपनी ने पीडब्ल्यूडी को जितने भी फर्जी बिल दिए, विभाग के अधिकारियों ने बिना जांच किए तुरंत भुगतान कर दिया था। 

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