बहुत खास होते हैं ऐसे लोग जिनके हाथों में होता हैं…

हाथ में मंगल दो स्थानों पर होता है। एक जीवन रेखा के नीचे अंगूठे के पास और दूसरा हृदय रेखा के ठीक नीचे मस्तिष्क रेखा के पास। ऊपर का मंगल यदि बुध पर्वत की ओर खिसका जाए तो व्यक्ति का स्वभाव उग्र होता है। ऐसा व्यक्ति हमेशा अपने को एक कुशल योद्धा समझता है। इसके कारण जातक के शरीर में गंभीर चोट लगने की आशंकाएं रहती हैं। ऐसे व्यक्ति का अत्याधिक मात्रा में रक्त बह सकता है और उसकी जान पर बन सकती है। मंगल पर्वत से निकलकर कोई रेखा यदि जीवनरेखा तक आए तो इस रेखा को जीवन रेखा जहां काटे उस समय तथा उम्र में किसी दुर्घटना अथवा लड़ाई में शरीर के किसी अंग के क्षतिग्रस्त होने के योग बनते हैं।

मंगल पर्वत पर कोई क्रास का निशान या द्वीप होना जातक को सिरदर्द, थकान और गुस्से जैसी समस्याएं दे सकता है। इस पर्वत के अविकसित होने पर व्यक्ति को अवसाद जैसी दिक्कत हो सकती है। यदि मगंल के उस पर्वत से कोई रेखा चंद्र पर्वत तक जाए तो ऐसा जातक निर्णय लेने में विलंब तथा लगातार अनियमित कार्य करने का आदी होता है। यह मंगल पर्वत यदि चंद्र पर्वत से दबा हो तो उसे सफलता ना मिलने के कारण चिड़चिड़ापन भी होता है। इस पर्वत पर कोई अशुभ चिह्न व्यक्ति को आर्थिक मुसीबतों और पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है और उसकी वाणी प्रभावित होती है।

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