अमेरिकी सीनेटर ने की चीन को ‘करेंसी विनिमय दर में गड़बड़ी वाला’ देश घोषित करने की मांग

चीनी मुद्रा के संबंध में उठाए गए कदम को लेकर एक शीर्ष अमेरिकी सीनेटर ने राष्ट्रपति ट्रंप से चीन को ‘करेंसी की विनिमय दर में गड़बड़ी करने वाला’ देश घोषित करने की मांग की है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले चीनी युआन के अवमूल्यन पर चिंता जाहिर करते हुए सीनेटर टैमी बाल्डविन ने राष्ट्रपति ट्रंप को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि जब से ट्रंप प्रशासन ने शुल्क संबंधी कार्रवाई की है तब से चीनी युआन का मूल्य नौ फीसदी तक गिर गया है। 

बाल्डविन ने ट्रंप को उनका चुनावी वादा याद दिलाया जिसमें उन्होंने कहा था कि वह सरकार में आने के पहले ही दिन चीन को मुद्रा में गड़बड़ी करने वाला देश घोषित करेंगे। उन्होंने यह पत्र छह महीने पर जारी होने वाली रिपोर्ट से पहले लिखा है। इसमें उनको चिह्नित किया जाता है जो मुद्रा की विनिमय दर में गड़बड़ी करते हैं। उन्होंने कहा, ‘लेकिन पिछली तीन रिपोर्ट में ऐसा नहीं हुआ। मुझे इस बात की चिंता है कि चीन के खिलाफ विनिमय दर में गड़बड़ी करने और विश्व व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन करने का मामला बनता है।’ 

चीन की योजना को चुनौती देगा ट्रंप का फंड प्लान

एशिया समेत बाकी महाद्वीपों पर चीन का बढ़ता प्रभाव कम करने के लिए ट्रंप ने एक योजना तैयार की है। ट्रंप की योजना चीन की वन बेल्ट वन रोड योजना को चुनौती देगी। इसके तहत अब अमेरिका भी चीन की तरह विकासशील देशों को फंड देकर उनकी मदद करेगा। ट्रंप ने यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन बनाया है। 

ये विकासशील देशों में चल रही परियोजनाओं को 60 अरब डॉलर तक का कर्ज दे सकेगा। यह रकम लोन, ऋण गारंटी और कंपनियों को बीमे के रूप में दिए जाएंगे, जबकि अब तक ट्रंप विदेशी मदद के खिलाफ थे। उन्होंने तीन अरब डॉलर की विदेशी मदद में कटौती करने का प्रस्ताव भी रखा था, लेकिन अब चीन के खिलाफ उन्होंने यू टर्न ले लिया है।

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