UP के कैराना से विधायक नाहिद हसन ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अपने एक वीडियो पर दी सफाई

उत्तर प्रदेश के कैराना से विधायक नाहिद हसन ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अपने एक वीडियो पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि मैंने बस एक सुझाव दिया है. मैं तब तक इस पर कायम रहूंगा जब तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दिक्कतों का हल नहीं निकालती है.

नाहिद हसन ने कहा कि छोटे विक्रेताओं और गरीबों को काम नहीं करने दिया जा रहा है. जो बीजेपी का समर्थन कर रहे हैं, वो ही सिर्फ काम कर रहे हैं. नाहिद ने कहा कि मेरे बयान की गलत व्याख्या की गई है. मीडिया को मुझपर उंगली उठाने से पहले तथ्यों को जानना चाहिए. मैंने किसी एक समुदाय का नाम नहीं लिया है.

उन्होंने कहा, हम देश में सिर्फ 20 प्रतिशत हैं, मैं यह कहना चाहूंगा कि यह बीजेपी है जो सांप्रदायिक राजनीति में लिप्त है. मैंने केवल गरीबों की आवाज उठाई है. बता दें कि वायरल वीडियो में नाहिद हसन अपने विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम समाज के लोगों से भारतीय जनता पार्टी के दुकानदारों से सामान न लेने की अपील करते हुए दिखाई दिए.

वायरल वीडियो में साथ ही विधायक कह रहे हैं कि हम सामान खरीदते हैं तो इन भाजपाइयों की दुकान और घर चलता है, इसलिए सभी भाइयों से अपील है कि बीजेपी समर्थित दुकानों से सामान लेना बंद करें.

समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन के इस विवादित बयान के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है. केंद्र सरकार के मंत्री प्रताप सारंगी ने कहा कि हिंदू भी मुसलमानों से सामान खरीदते हैं और मुसलमान भी हिंदुओं से सामान खरीदते हैं, लेकिन विधायक समाज में असहिष्णुता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. यह अच्छी बात नहीं है.

वहीं बीजेपी के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा ने सपा विधायक के बयान को निंदनीय बताया है. उन्होंने कहा कि विधायक की नकारात्मक सोच की घोर निंदा होनी चाहिए. इससे किसी को फायदा नहीं होगा बल्कि समाज का नुकसान होगा.केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि व्यापारी की कोई जाति और धर्म नहीं होता है. यह नेता समाज को बांटने का काम करते हैं, हम सबका साथ सबका विकास करते हैं.

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