केंद्रीय मंत्री ने स्वामी सानंद को श्रद्धांजलि देने के बाद हटाया ट्वीट

केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने ट्वीट कर स्वामी सानंद उर्फ जीडी अग्रवाल के निधन पर खुद को सदमे में बताया। उन्होंने ट्वीट करते हुए खुद को सदमे में बताया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि फिलहाल उनके लिए कोई प्रतिक्रिया देना संभव नहीं है। हालांकि देर शाम केंद्रीय मंत्री ने यह ट्वीट अपने ट्विटर हैंडल से हटा दिया। 

केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट में लिखा, ‘मैं श्री सानंद स्वामी के गंगालीन हो जाने की खबर से स्तब्ध हूं। मुझे इसकी आशंका थी, क्योंकि उनका स्वास्थ्य क्षीण था और आयु बेहद अधिक हो गई थी। फिर भी वह पूरी निष्ठा से अनशन रखे थे, ऐसे में इस विकट स्थिति के निर्माण की पूर्ण संभावना थी। केंद्रीय गंगा पुनरुद्धार मंत्री रह चुकीं उमा भारती ने आगे लिखा, इस विकट स्थिति के बारे में मैं नितिन गडकरी व अन्य लोगों को अवगत करा रही थी। मेरे लिए तुरंत अभी कोई प्रतिक्रिया देना मुश्किल है। मुझे इस दुख से उबरने के लिए कल शाम तक का समय दीजिए।’ 

स्वामी सानंद की मृत्यु गंगा सफाई के प्रयासों के लिए झटका : सुरेश भाई

गंगा एक्ट पास कराने के लिए उपवास कर रहे स्वामी सानंद की मृत्यु पर पूरा देश स्तब्ध है। पर्यावरणविद् सुरेश भाई ने कहा कि स्वामी सानंद के प्राणों की बलि ऐसे वक्त ली गई है, जब देश में नमामि गंगे के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च हो रहे हैं। ऐसे में गंगा को बचाने के प्रयासों को झटका लगा है। 

उन्होंने कहा कि स्वामी सानंद उपवास कर कैबिनेट में गंगा एक्ट पास कराने के लिए कह रहे थे। गंगा के भक्त बने राजनेताओं को उनकी मांग अच्छी नहीं लगी और पुलिस के बल उन्हें उठाकर तपस्या भंग कर दी। 2014 में जिन्होंने कहा था कि उन्हें गंगा ने बुलाया है। अब उनसे पूछा जाएगा कि क्या स्वामी सानंद जैसे जल वैज्ञानिक और तपस्वी संत की बलि भी गंगा के नाम पर होनी थी।

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