योगी के गड्ढामुक्त अभियान को पलीता लगा रहे अफसरों को केन्द्रीय मंत्री महेन्द्रनाथ पांडेय ने लताड़ा

कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र की रिंग रोड को छोड़ दें तो अधिकांश सड़कों का गड्ढायुक्त होना शर्म की बात, ताड़ी-नेवादा व चंद्रापुर चौराहा से बलुआ मार्ग की दुदर्शा बया करते हुए मंत्री ने कहा, गुण्वत्ता के अभाव में बाबतपुर-महुजी मार्ग को बुलडोजर से उखड़वा दी थी, दुबारा ऐसी नौबत ना आए, 15 दिन के अंदर सड़कों की दुर्दशा नहीं सुधरी तो संबंधित अफसर की तय होगी जिम्मेदारी, शिलापट्ट पर संबंधित विधायक का नाम प्रमुखता से अंकित कराने के साथ ही जनप्रतिनिधि से उद्घाटन कराने की नसीहत, डीएम को डॉ पांडेय ने निर्देश दिया कि वे जनपद के सभी कामों की निगरानी थर्ड पार्टी से कराएं

सुरेश गांधी

वाराणसी : बाबू जी धीरे चलना…जरा संभलना, बड़े गड्ढे हैं इस राह में… जी हां, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की सड़कों पर यह गाना बिलकुल सटीक बैठता है। चाहे वह बाबतपुर-जमालापुर मार्ग के ताड़ी-नेवादा हो या पहड़िया आशापुर चंद्रापुर चौराहा से बलुआ मार्ग हो या पांडेयपुर से मुंशी प्रेमचंद लमही मार्ग हो चंदापुर से मुदर्हाबाजार मार्ग हो या शहर से लेकर देहात तक में यदि रिंगरोड को छोड़ दें तो अधिकांश सड़के गड्ढायुक्त ही मिलेगी। आलम यह है कि सड़क पर गड्ढा नहीं, गड्ढों में सड़क देखने को मिलेगी। यहां चप्पे-चप्पे पर हादसों को न्योता है। नजर हटी दुर्घटना घटी का स्लोगन यहीं के लिए है। यह बात हम नहीं खुद केन्द्रीय मंत्री डॉ महेन्द्रनाथ पांडेय, कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव व पिंडरा विधायक अवधेश सिंह ने कहीं।

मौका था जिला विकास समन्वय एवं निगरानी “दिशा“ की बैठक में समस्याओं के सलटाने का। महेन्द्रनाथ पांडेय की ही अध्यक्षता में रविवार को सर्किट हाउस सभागार में आयोजित इस बैठक में सड़क ही नहीं पेयजल सहित कई समस्याओं का पिटारा खुला तो पता चला तमाम आश्वासनों, दावों-वादों के बावजूद समस्याएं जस की तस पड़ी रहने व जनप्रतिनिधियों के सिपह-सलाहकारों द्वारा सड़कों की दुर्दशा बया करने पर केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्रनाथ पांडेय की अंर्तआत्मा जाग उठी और संबधित अधिकारियों को जमकर फटकारा। हाल यह रहा कि डॉ महेन््रदनाथ पांडेय ने खुद चंद्रापुर-बलुआ मार्ग की दुर्दशा का जिक्र करते हुए कहा कि शनिवार की रात जब मैं इस सड़क से गुजर रहा था तो लगा ही नही ंहम सड़क पर चल रहे है।

दरअसल यहां की सड़कों पर गडढे नहीं है बल्कि गड्ढों में ही सड़क है। चाहे शहर हो, या देहात हो या रिंगरोड सहित मुख्य मार्ग के अप्रोच रोड हाल सबका बेहाल है। बड़े बडे गड्ढों को संधारण कर भरने का काम भी नहीं किया जा रहा है। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 नवंबर तक गड्ढामुक्त सड़कों का नारा देते हुए डेड लाइन तय की थी, लेकिन अधिकारी है कि उनके कान पर जूं तक नहीं रेंगती। सड़कों का हाल यह है कि यदि आप गड्ढों से बचते सही सलामत पहुंच गए तो आप खुशकिस्मत है। यहां की सड़कों का हाल इस कदर खस्ता है कि पैदल निकलना मुश्किल है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढों की वजह से तकरीबन रोजाना कोई न कोई सड़क हादसा होता रहता है। आसपास के लोगों का कहना है कि इस बारे में संबंधित विभाग के बड़े अफसरों को कई मर्तबा अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अभी तक नतीजा सिफर ही रहा है।

फिरहाल, बैठक का सिलसिला जारी रहा और अधिकारियों को डाटते-फटकारते विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की गयी। बात चाहे जलनिगम के कार्यों की हो या स्वास्थ्य हो या बिजली हो या पशुपालन की समीक्षा के दौरान खामियां ही खामियां मिली और नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी राजलिंगम को डॉ महेन्द्रनाथ पांडेय ने निर्देश दिया कि वे जनपद के सभी कामों की निगरानी थर्ड पार्टी से कराएं और उनकी सर्वे रिपोर्ट पर पूर्णतः संतुष्ट होने के बाद ही संबंधित अधिकारियों व ठेकेदारों को बेहतर कार्य करने की प्रशस्ति पत्र दें। इसके अलावा क्षेत्रीय स्तर पर काम कैसे अच्छे से हो इस संबंध में विचार करें और लोगों के साथ बैठकर उनके संतुष्टि का प्रयास हो। साथ ही जनप्रतिनिधियों से भी उन्होंने अपील किया कि वे भी काम की गुणवत्ता पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रयास का नतीजा है कि हर घर जल योजना हर घर शौचालय की तरह सफल हुआ है। उन्होंने बताया कि दिशा कमेटी भारत की संसद से मान्यता प्राप्त है इसलिए इस समिति की बातों को अधिकारीगण पूरी जिम्मेदारी से लें। बैठक में दीनापुर प्लांट की लेटलतीफी पर डॉ पांडेय द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा गया कि पिछले 18 वर्षों से यह समस्या बनी हुई है। जलकल के महाप्रबंधक द्वारा विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा द्वारा मांगी गई सारनाथ पेयजल के संबंध में जानकारी पर डॉ पांडेय ने प्रसन्नता व्यक्त की।

जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या द्वारा अमरा क्षेत्र में सड़क पर जलभराव की शिकायत पर कार्रवाई न होने पर नाराजगी जाहिर की। प्रधानमंत्री संसदीय कार्यालय के शिवचरण पाठक द्वारा मिर्जामुराद क्षेत्र में विगत तीन वर्षों से पेयजल की शिकायत पर कोई कारवाई न होने पर सख्त नाराजगी जाहिर किया गया व रिपोर्ट समिति को देने को कहा गया। उन्होंने भदवा क्षेत्र में पेयजल योजना के संबंध में जानकारी मांगी। शिवपुर क्षेत्र में 54 गांवों के नगर निगम में जाने पर उनको पानी टंकी की समुचित व्यवस्था देने को कहा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों के पत्रों का उचित जवाब न देने पर सख्त नाराजगी व्यक्त की तथा शिकायती पोर्टल जारी करने की भी बात कही। शूलटंकेश्वर मंदिर जाने वाले मार्ग की खराबी की बात समिति में उठी तथा शूलटंकेश्वर क्षेत्र, करसड़ा, बछाव पद क्षेत्रों में गंदगी पर छिड़काव करने को कहा गया।

उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से राष्ट्रीय राजमार्ग पर खुल रही दुकानों व होटलों द्वारा हो रहे अतिक्रमण पर बातचीत के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने को कहा ताकि सड़क की गुणवत्ता लंबे समय तक बनी रहे। मिड डे मील की गुणवत्ता पर ध्यान देने को कहा गया व सभी जगह अक्षय पात्र के माध्यम से देने का उपाय तेजी से करने को कहा। अमृत सरोवर अभियान पर विशेष ध्यान देने को प्रशासन से कहा। कृषक दुर्घटना बीमा पर एडीएम प्रशासन द्वारा उचित जानकारी दी गई। गोआश्रय व उनके रखरखाव की बात उठी जिसपर मंत्री द्वारा कैटल कैचर पर अपने सांसद निधि से 12 लाख देने को कहा व उनके रखरखाव व पशुओं के खान पान की उचित व्यवस्था करने को कहा और पशुपालन विभाग से नागरिक के शिकायत के संबंध में टोल फ्री नंबर जारी करने को कहा। उन्होंने जिले की सभी गौशाला की सूची जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध कराने को कहा। विधान पारिषद सदस्य द्वारा जनता के अनुपात में सफाई कर्मी रखने की बात उठाई गयी जिसपर नगर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि पंद्रह लाख नब्बे हजार लोगों पर 4600 सफाई कर्मचारी काम कर रहे जिनको बढ़ाने को शासन को पत्र लिखा गया है। मंत्री द्वारा स्वतः कहा गया की शासन में इसकी सिफारिश की बात कही गयी।

गोदौलिया चौराहे पर जमीन पर ट्रांसफॉर्मर रखे जाने पर बिजली विभाग से उसको उचित जगह पर रखने का निर्देश दिया गया। रेलवे के द्वारा पिछली बैठक में उठे मुद्दों को निस्तारित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त किया गया तथा उनकी तारीफ की गयी। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा बताया गया कि मनरेगा के तहत 90 फीसदी काम करा लिए गये हैं। चोलापुर के पास नाद नदी स्थित पुराने पुल को नवीकरण करने को सम्बन्धित विभाग को निर्देश दिया। चोलापुर से गरथवा व धरसौना से सिंधौरा सड़क पर उतरने की कोई व्यवस्था नहीं है, इस पर ध्यान देने की बात कही गयी। शिलापट्ट पर प्रधानमंत्री का नाम प्रमुखता से उल्लेखित करने को कहा। धन्यवाद ज्ञापन जिलाधिकारी एस. राजलिंगम द्वारा करते हुए अधूरे कामों पर उचित प्रगति का भरोसा दिया गया। बैठक में मंत्री दयाशंकर मिश्र ’दयालु’, विधायक अवधेश सिंह, सुनील पटेल, विधान पारिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, प्रधानमंत्री संसदीय कार्यालय के शिवचरण पाठक, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल तथा सम्बन्धित विभाग के अधिकारी गण उपस्थित रहे।

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