UK Army ने केन्या की 1400 महिलाओं का किया रेप, घर से बेघर हुई तो बसाया अपना गांव

नैरोबी। केन्या में एक गाँव जहां सिर्फ महिलाएं ही रहती हैं। उमोजा उसाओ नाम का यह गाँव महिला मातृ प्रधान गाँव है जो अफ़्रीकी देश केन्या की राजधानी नैरोबी से 380 किमी. साम्बुरु काउंटी में आर्चर पोस्ट शहर के पास स्थित है। स्वाहिली भाषा में उमोजा का अर्थ है एकता और उसाओ गाँव के पास बहती एक नदी का नाम है।

इस गांव की स्थापना रेबेका लोलोसोली ने की

इस गांव की स्थापना एक सैंक्चुअरी के रूप में रेबेका लोलोसोली नाम महिला ने की थी। इस सैंक्चुअरी को 1990 में 15 महिलाओं द्वारा आरम्भ किया गया था। 1400 से ज्यादा महिलाओं का ब्रिटिश सैनिकों ने बलात्कार (Rape Victims) किया था। इन महिलाओं के परिवारों ने उन्हें बेसहारा छोड़ दिया था। इन्हीं में से 15 महिलाओं ने इस गाँव की स्थापना कर हिंसा की शिकार और घर से निकाली गई महिलाओं और जबरन विवाह से भाग रही महिलाओं को यहाँ शरण दी, यहाँ तक कि कुछ महिलाएँ जिनके पति की मृत्यु हो गई थी उन्हें भी यहाँ रहने को घर और एकांत मिला है।

साम्बुरु समाज में महिलाओं की स्थिति

साम्बुरु समाज एक पितृसत्तात्मक समाज है, जहाँ पुरुष बहुविवाह करते हैं। साम्बुरु समाज में महिलाओं की दोयम स्थिति है। इन महिलाओं को भूमि या अन्य किसी भी प्रकार की संपत्ति जैसे कि पशुधन आदि रखने की अनुमति नहीं है। इनके समाज में महिलाओं को स्वयं उनके पति की संपत्ति माना जाता है। इस समाज में महिलाओं का खतना किया जाता है। इसके साथ ही वे जबरन शादी, बलात्कार और घरेलू हिंसा का शिकार बनती हैं।

सबसे बुजुर्ग महिला 98 साल की हैं जबकि सबसे छोटी छह महीने की

इस गाँव में सबसे बुजुर्ग निवासी 98 साल की हैं और सबसे छोटी की उम्र छह महीने है. इस गाँव में महिलाओं के बेटे जब 18 साल के हो जाते हैं तब उन्हें इस गाँव से बाहर जाना पड़ता है. लियरपूरा नाम की एक महिला जब 3 साल की थी, तब उसके पिता की मृत्यु हो गई थी. ऐसे में उसकी माँ को लगा कि उसका परिवार जबरन लियर पूरा का खतना करा देगा. इससे बचने के लिए उसकी मान उसे पीठ पर बांधकर 15 साल पहले उसे इस गाँव में ले आई थी. तब से वे दोनों इस गाँव में गुजरबसर कर रहे हैं.

इसी तरह जेन नाम की एक महिला पर कुछ वर्दीधारियों ने हमला बोला और उसका बलात्कार कर दिया. उसे शारीरिक चोटें भी पहुंची लेकिन पति और सास को बताने पर उन्होंने जेन को बेंतों से पीटा. इस घटना के बाद वह अपने बच्चों के साथ छुप छुपा कर इस गाँव में पहुंची. इस गांव में ऐसी कहानियों वाली दर्जनों महिला रहती हैं.

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