UK में परिवहन विभाग अब ये कैमरा बताएगा टैक्स देय है या नहीं…

परिवहन विभाग अब राज्य के बाहर से आने वाले वाहनों पर नजर रखने के लिए ऑटोमेटेड नंबर प्लेट रिकग्निशन (एएनपीआर) कैमरा लगाने की तैयारी कर रहा है। इस कैमरे की खासियत यह है कि यह वाहन की नंबर प्लेट की फोटो लेकर सर्वर तक इसे पहुंचाएगा। सर्वर में नंबर देखकर यह पता चल सकेगा कि वाहन पर कोई टैक्स देय है या नहीं। इससे टैक्स चोरी कर प्रदेश में घुसने वाले वाहनों पर लगाम लग सकेगी। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरुआत देहरादून सीमा पर आशारोड़ी चेकपोस्ट में तीन कैमरे लगाने से की जा रही है।

उत्तराखंड में इस समय 19 चेकपोस्ट स्वीकृत हैं, जिन्हें लगातार उच्चीकृत करने का काम चल रहा है। इसके तहत इन चेकपोस्टों में कंप्यूटर लगाने के साथ ही सीधे सर्वर में जोड़ने का भी काम चल रहा है। कई जगह यह व्यवस्था प्रभावी हो चुकी है। इन चेकपोस्टों का मुख्य कार्य बाहर से आने वाले वाहनों से टैक्स वसूलना है। हालांकि चेकपोस्टों पर तैनात कर्मचारियों की अवैध तरीके से वाहनों को छोड़ने, कागजात ठीक से चेक न करने आदि की शिकायतें लंबे समय से मिलती रही हैं लेकिन इन पर अंकुश लगाने को कोई ठोस कार्ययोजना नहीं बन पाई है।
अब विभाग इन चेकपोस्टों पर आने वाले वाहनों पर नजर रखने के लिए एएनपीआर कैमरा लगाने की तैयारी कर रहा है। इस संबंध में शासन स्तर पर कई दौर की वार्ता हो चुकी है। इस योजना के अनुसार एचपी कंपनी कैमरा और सॉफ्टवेयर लगाएगी। एनआइसी परिवहन विभाग के सर्वर से इसे जोड़ने का सॉफ्टवेयर तैयार करेगा। इस माह के अंत तक इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में आशारोड़ी चेकपोस्ट पर लगा दिया जाएगा। यहां सफल होने पर इसे प्रदेश की अन्य चेकपोस्टों पर भी लगाने का काम किया जाएगा।
ऐसे काम करेगा एनपीआर कैमरा यह 
कैमरा वाहन की तस्वीर लेगा। कैमरे से ली गई तस्वीर एक कमांड देते ही परिवहन विभाग के सॉफ्टवेयर तक नंबर वेरीफाई करने के लिए पहुंच जाएगी। इससे यह पता चल जाएगा कि वाहन ने टैक्स जमा किया है या नहीं। यह सूचना तुरंत चेकपोस्ट और संबंधित एआरटीओ तक भी एसएमएस के जरिये पहुंचाई जाएगी ताकि जरूरत पड़ने पर कार्रवाई की जा सके।
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