
शिवसेना में फूट होने के बाद पहली बार हो रहा अंधेरी पूर्व विधानसभा का चुनावी मुकाबला उद्धव ठाकरे गुट के पक्ष में जा सकता है। बीते कई दिनों में इस चुनाव को लेकर बड़े उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं और अब चर्चा है कि भाजपा की ओर से उम्मीदवार का नाम ही वापस लिया जा सकता है। ऐसा हुआ तो उद्धव गुट की उम्मीदवार रुतुजा लटके निर्विरोध ही विधायक चुनी जाएंगी। इस तरह पार्टी में विभाजन के बाद उद्धव गुट को पहली जीत मिल सकती है, जो उसके लिए बड़ा बूस्ट होगा। बता दें कि रविवार को राज ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस को एक चिट्ठी लिखकर सलाह दी थी कि भाजपा को अंधूरी पूर्व सीट से उम्मीदवार वापस ले लेना चाहिए।
एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने भी भाजपा नेतृत्व से उम्मीदवार वापस लिए जाने की अपील की थी। अब एकनाथ शिंदे गुट के विधायक प्रताप सरनाईक ने भी ऐसी ही अपील की है। उन्होंने चीफ मिनिस्टर एकनाथ शिंदे को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि वे भाजपा से कहें कि उम्मीदवार वापस ले लिया जाए। एकनाथ शिंदे गुट का कहना है कि रुतुजा लटके के दिवंगत पति रमेश लटके के प्रति सम्मान जाहिर करते हुए उम्मीदवार वापस लेना चाहिए। इस सीट पर 3 नवंबर को चुनाव होना है। भाजपा की ओर से मुरजी पटेल को इस सीट से कैंडिडेट बनाया गया है।
शिंदे गुट के विधायक ने भी की उम्मीदवार वापसी की मांग
प्रताप सरनाईक ने कहा कि महाराष्ट्र में यह प्रचलन रहा है कि जब किसी नेता की मौत हो जाती है तो उसके परिजनों के चुनाव में उतरने पर उसका निर्विरोध चयन होता रहा है। यही नहीं उम्मीदवारी वापस लेने की अपीलों के बीच भाजपा ने भी कदम पीछे हटाने के संकेत दिए हैं। देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि पार्टी में सलाह-मशविरे के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा। हालांकि पार्टी इस मसले पर बंटी हुई दिख रही है। एक तरफ फडणवीस ने ठाकरे की अपील पर विचार करने की बात कही है तो वहीं एक वर्ग मानता है कि चुनाव होना चाहिए।
फडणवीस बोले- फैसले लेने वाला मैं अकेला नहीं
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘अपनी पार्टी में फैसले लेने वाला मैं अकेला नहीं हूं। मैं इस मसले पर अपने साथियों और हाईकमान से विचार करूंगा। हमारी ओर से पहले ही मुरजी पटेल के नाम का ऐलान किया जा चुका है।’ हालांकि उन्होंने नाम वापस लेने का संकेत देते हुए कहा कि हम लोग पहले भी इस तरह के फैसले ले चुके हैं।