मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय सिंह और प्रदेश की कांग्रेस के बीच ट्वीट वॉर जारी..

 युवराज का टैग देने पर भड़के कार्तिकेय ने एक बार फिर कांग्रेस पर हमला किया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान और मध्य प्रदेश कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के बीच ट्विटर युद्ध जारी है।

शुरूआत में कांग्रेस ने एक पोस्ट कर ट्वीट में कार्तिकेय को ‘युवराज’ का टैग दे दिया। इस ट्वीट से भड़के कार्तिकेय ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए परिवार पर हमला करने के बजाय असली मुद्दों पर राजनीति करने की सलाह दी है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम को लताड़ा

कार्तिकेय सिंह चौहान ने मप्र कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से की गई एक ट्वीट का करारा जवाब दिया है।आदरणीय मामी जी, अब आपकी चूल्‍हा फूंकने की तकलीफ जल्‍द ही खत्‍म होने वाली है, क्‍योंकि कमल नाथ के मुख्‍यमंत्री बनते ही आपको भी 500 रुपये में गैस सिलेंडर मिलेगा।’

कैसे शुरू हुआ ट्विटर वार?

दरअसल, एमपी कांग्रेस और कार्तिकेय सिंह चौहान के बीच ट्विटर वार का यह सिलसिला तीन-चार दिन पहले शुरू हुआ था। पिछले कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी विवाह वर्षगांठ के अवसर पर एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया था। इस वीडियो में सीएम शिवराज की पत्‍नी साधना सिंह कुछ महिलाओं के साथ रसोई में बैठकर सिल-बट्टे पर मसाले पीसते हुए नजर आ रही थीं। इस वीडियो में सीएम शिवराज भी साथ नजर आ रहे थे।

एमपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल ने सीएम के ट्वीट किए गए इस वीडियो को रीट्वीट किया और तंज कसते हुए लिखा,कार्तिकेय ने लिखा, ‘युवराज शब्द आप लोगों के लिए नया नहीं है। आपकी पार्टी में कई युवराज हैं, शहज़ादे हैं। आपको तो कई बार युवराज युवराज बोलना पड़ता होगा, इसलिए आदतन यहाँ भी लिख दिया। ख़ैर ये छोड़िये, भाजपा की वजह से आपकी पार्टी महिलाओं का सम्मान करना सीखने की कोशिश करने लगी। हालांकि वो आपसे होगा नहीं, आपके DNA में नहीं है। मेरा समय बर्बाद करने के बजाय चुनाव लड़ने का प्रयास कीजिए। वैसे लगता नहीं, फिर भी उम्मीद करता हूं कि आप राजनीति के लिए मुद्दे खोजेंगे, परिवार नहीं।’

इस ट्वीट से कार्तिकेय सिंह चौहान भड़के

इस ट्वीट से भड़के सीएम के बेटे कार्तिकेय ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए लिखा,मेरी माँ 32 साल से पिताजी के पीछे उनकी ताकत बनकर खड़ी रही, सुख और दु:ख में उनका संबल बनीं, लेकिन कांग्रेस रिश्तों की पवित्रता, प्रेम, को नहीं समझती, वो हर बात में राजनीति देखती है।आखिर करें भी क्यों ना, चरित्र शब्द की समझ कांग्रेस के नेताओं को कम है। जनता की सेवा पिताजी के लिए पहला कर्तव्य है। परिवार के लिए उन्हें समय कम ही मिलता है, और ऐसे कुछ पल वो कभी-कभी साझा करते हैं, लेकिन कितनी गिरी है कांग्रेसी सोच कि राजनैतिक फायदे के लिए उसे भी निशाना बना रही है। बजरंग बली मेरे माता-पिता के इन खूबसूरत पलों को बुरी नज़र से बचायें।’

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