आज दशहरे के दिन जानिए रावण से जुडी यह चौकाने वाली बातें

‘रावण’ एक ऐसा नाम जो भगवान में आस्था भी रखता था और बुरे कामों को अंजाम भी देता था। वैसे रावण एक ऐसा नाम है जिस नाम का दूसरा कोई व्यक्ति नहीं है। आपको आज राम नाम के कई लोग मिल जाएंगे, लेकिन रावण नहीं। रावण केवल और केवल एक ही है। अब आज दशहरे के दिन जानिए रावण से जुडी चौकाने वाली बातें।


* कहा जाता है रावण लंका का तमिलों राजा था।

* कहा जाता है रावण असुरों का सम्राट था। उसकी माता कैकसी असुर थी और रावण का झुकाव माता परिवार की ओर होने के कारण उसमें राक्षसों के गुण आए और उसने राक्षस जाति के लिए ही कार्य किया।

* कहा जाता है रावण एक कुशल राजनीतिज्ञ, सेनापति और वास्तुकला का मर्मज्ञ होने के साथ-साथ तत्व ज्ञानी तथा बहु-विद्याओं को जानने वाला था।

* कहते हैं उसे मायावी इसलिए कहा जाता था कि वह इंद्रजाल, तंत्र, सम्मोहन और तरह-तरह के जादू जानता था।

* कहा जाता है जैन शास्त्रों में रावण को प्रति‍-नारायण माना गया है। जैन धर्म के 64 शलाका पुरुषों में रावण की गिनती की जाती है।

* ऐसी भी मान्यता है कि जैन पुराणों के अनुसार महापंडित रावण आगामी चौबीसी में तीर्थंकर की सूची में भगवान महावीर की तरह तीर्थंकर के रूप में मान्य होंगे, इस वजह से कुछ प्रसिद्ध प्राचीन जैन तीर्थस्थलों पर उनकी मूर्तियां भी प्रतिष्ठित हैं।

* कहते हैं रावण छह दर्शन और चारों वेद का ज्ञाता था इस वजह से उसे दसकंठी भी कहा जाता था। दसकंठी कहे जाने के कारण प्रचलन में उसके दस सिर मान लिए गए। जी दरअसल रावण कवि, संगीतज्ञ, वेदज्ञ होने के साथ साथ ही वह आयुर्वेद का जानकार भी था। रावण को रसायनों का भी अच्छा खासा ज्ञान था।

* कहा जाता है रावण के गले में बड़ी-बड़ी गोलाकार नौ मणियां होती थीं। उक्त नौ मणियों में उसका सिर दिखाई देता था जिसके कारण उसके दस सिर होने का भ्रम होता था।

* कहा जाता है रावण ने अमृत्व प्राप्ति के उद्देश्य से भगवान ब्रह्मा की घोर तपस्या कर वरदान मांगा था जिसके चलते उसके प्राण नाभि में स्थित थे।

* ऐसी भी मान्यता है कि रावण को एक विशेष धनुष और बाण से ही मारा जा सकता था जो उसकी पत्नी मंदोदरी के गुप्त कक्ष में सुरक्षित रखा था परंतु हनुमानजी उसे अपनी चतुराई से ले गए थे।

* कहते हैं रावण का शव श्रीलंका की रानागिल की गुफा में सुरक्षित रखा हुआ है चाहे तो कोई भी जाकर देख सकता है।

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