कर्नाटक: येदियुरप्पा के शपथ लेने को मायावती व अखिलेश ने बताया अलोकतांत्रिक

कर्नाटक में चल रहे सियासी ड्रामे के बीच आज सुबह बीएस येद्दयुरप्पा को राज्यपाल वजुभाई वाला ने मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। उनके पदक लेने को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अलोकतांत्रिक बताया है।

मायावती ने येद्दयुरप्पा के शपथ लेने के बाद कहा कि भाजपा इस कदम को आगे बढ़ाकर संविधान को बर्बाद करने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा जब से सत्ता में आई है तब से लगातार लोकतंत्र पर हमले करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर रही है। मायावती ने कहा कि भाजपा अब तो बाबा साहेब आंबेडकर रचित संविधान को बर्बाद करने की साजिश रच रही है।

मायावती ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने खासकर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में जेडीएस को बीजेपी की ‘बी’ टीम बताकर वोटों को और बांट दिया।यही कारण रहा कि ऐसे क्षेत्रों में भी अधिकांश भाजपा उम्मीदवार कामयाब हो गए। मायावती ने कहा कि कांग्रेस को हमारी सलाह है कि कर्नाटक की तरह आगे किसी चुनाव में ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चहिए, जिससे भाजपा व आरएसएस को लाभ मिले। कांग्रेस कर्नाटक में अगर ऐसा नहीं करती तो आज भाजपा विधायकों की संख्या 104 नहीं होती। 

मायावती ने कहा कि केंद्र में जिसकी भी सरकार होती है, उनके द्वारा राज्यों में नियुक्त किए गए राज्यपाल अधिकतर जगह उन्हीं के हिसाब से फैसले लते हैं। हमारी पार्टी भी यूपी में इसका शिकार रही है। इसकी वजह से हमें न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ा। मायावती ने कहा कि कर्नाटक में आज जो देखने को मिला, वहीं पूर्व में गोआ, मणिपुर और मेघालय में देखने को मिला यह सब भाजपा व इनके संगठन आरएसएस द्वारा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के बनाए भारतीय संविधान को कमजोर व खत्म करने की साजिश है। जिस तरह येद्दयुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवाई गई, वह निंदनीय है।

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इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी एक ट्वीट कर येद्दयुरप्पा के शपथ ग्रहण पर निशाना साधा। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए येद्दयुरप्पा के शपथ को लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। साथ ही उन्होंने कर्नाटक के ताजा घटनाक्रम को इशारों में इसे सत्ता की हनक और जमीर की मंडी सजाने जैसी संज्ञा दी है।

 
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