PM मोदी बदलतेे बनारस को देखने के लिए रात को निकले काशी भ्रमण के लिए

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीती रात काशी भ्रमण को निकले। इस दौरान वह बदलता बनारस देखकर अभिभूत हुए। उनके भ्रमण के चलते डीरेका से लेकर बनारस के विभिन्न रास्तों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। पीएम शहर में हुए बदलावों को बारीकी से निहारा। भ्रमण के दौरान वे विकास कार्यों और सुंदरीकरण के क्रम में धरोहरों व प्रमुख स्थलों पर हुई लाइटिंग का भी दीदार किया। मोदी का काफिला रविन्द्रपुरी, शिवाला, सोनारपुरा, मदनपुरा, ज्ञानवापी होते हुए मैदागिन पहुंचा। वह गाड़ी के भीतर से ही सभी का अभिवादन करते दिखाई दिए हैं। बदलते-संवरते बनारस को देखने निकले मोदी ने बीएचयू परिसर को भी देखा।PM मोदी बदलतेे बनारस को देखने के लिए रात को निकले काशी भ्रमण के लिए

तय कर दिया मिशन 2019 का एजेंडा

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी पूर्वांचल यात्रा के साथ ही 2019 के चुनाव को लेकर बिसात बिछानी शुरू कर दी। उन्होंने तीन तलाक और मुस्लिम महिलाओं के हक के मसले को यह स्पष्ट कर दिया कि अबकी के चुनाव में दो ब्रह्मास्त्र का प्रयोग होगा। पहला विपक्ष के बड़े वोट बैंक मुस्लिम समुदाय की आधी आबादी को अपने पक्ष में लेकर चलेंगे तो दूसरे विकास की तेज आंधी में विरोधियों को उड़ा देंगे। 

मुस्लिमों की आधी आबादी को हक 

मोदी ने आजमगढ़ की सभा से यह स्पष्ट संकेत दे दिया कि मुस्लिमों की आधी आबादी को हक दिलाने में रोड़ा बन रहे विपक्षियों के आगे वे तनिक भी नरम नहीं पड़ेंगे। तीन तलाक से जुड़े इस बड़े मसले पर भाजपा न सिर्फ विपक्ष को करारा जवाब देगी बल्कि मौलानाओं की कट्टरता वाली भूमिका पर को भी बेनकाब करेगी। तीन तलाक और विकास के मुद्दे को लेकर मोदी न सिर्फ कांग्रेस पर हमलावर हैं बल्कि विपक्षियों के गठबंधन को भी चुनौती देंगे। चुनावी गणितज्ञों का पिछले चुनावों की बड़ी जीत पर भी यही अनुमान था कि तीन तलाक के खात्मे को लेकर भाजपा के स्टैंड पर मुस्लिम महिलाओं का बड़ा समर्थन वोट के तौर पर मिला था। अब जबकि संसद के जरिए केंद्र की सरकार इस मसले को वैधानिक चोला पहनाने में जुटी है तो विपक्ष रोड़ा बन रहा है। ऐसे में यदि आने वाले दिनों में चलने वाले संसद सत्र में भी बात नहीं बनी तो भाजपा मिशन 2019 का भी मुख्य एजेंडा यही रखने वाली है। 

हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेलने पर उतारू भाजपा 

उधर, विपक्ष पहले से ही राग अलापने लगा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेलने पर उतारू है। प्रधानमंत्री के आजमगढ़ और बनारस में हुए संबोधन से यह भी तय है कि अबकी चुनाव में भी विकास का एजेंडा केंद्र में होगा। बार-बार खुद पीएम और उनके मंत्री व भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि देश में जितना विकास बीते चार वर्ष में हुआ उतना आजादी के बाद के वर्षों में नहीं हुआ था। यही वजह है कि संगठन को निर्देशित किया जा रहा है कि सरकार की उपलब्धियों को जोरशोर से जनता के बीच पहुंचाया और बताया जाए। खासकर केंद्र व राज्य की योजनाओं से जुड़े लाभार्थियों को नजीर के तौर पर पेश किया जाए। 

बदले माहौल का बखान 

मोदी को पूरा आभास है कि मिशन 2019 में देश का सबसे बड़ा सूबा उत्तर प्रदेश सध गया तो बड़ी जीत सुनिश्चित है। यही वजह है कि वे प्रदेश के बदले माहौल बखान करने में पीछे नहीं रह रहे। जनसभा में उमडऩे वाली भीड़ और टीवी के जरिए जुड़ी जनता को बखूबी बता रहे हैं कि कैसे यूपी में कानून व्यवस्था से लेकर सुविधाओं की बेहतरी से ऐसा माहौल तैयार हो चुका है कि देश-विदेश की कंपनियों को भी यहां उद्यम लगाने में कोई झिझक नहीं रह गई। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने समर्थन मूल्य को बढ़ाकर पहले ही किसानों को अपना मुरीद बना लिया है। 

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