पठानकोट एयरबेस के पास दिखे तीन हथियारबंद संदिग्‍ध, बख्‍तरबंद गाडियों संग सर्च ऑपरेशन

पठानकोट। यहां एयरफोर्स स्‍टेशन के पास तीन हथियारबंद संदिग्‍ध देखे गए हैं। इससे हड़कंप मच गया है। ये संदिग्‍ध पठानकोट एयरबेस से लगते ढाकी में देख गए हैं। इसके बाद पुलिस अौर एसएसजी कमांडो  ने सर्च अभियान शुरू कर दिया है। पूरे इलाके को घेर लिया गया है और चप्‍पे-चप्‍पे की तलाशी ली जा रही है। सर्च अभियान में बख्तरबंद गाड़ियों का भी इस्‍तेमाल किया जा रहा है। संदिग्‍धाें के फिदायीन हाेने का शक है।पठानकोट एयरबेस के पास दिखे तीन हथियारबंद संदिग्‍ध, बख्‍तरबंद गाडियों संग सर्च ऑपरेशन

एयरबेस से लगते ढाकी में देख गए संदिग्‍ध, पु‍लिस और एसएसजी कमांडो चला रहे हैं सर्च ऑपरेशन

बता दें कि पठानकोट एयरबेस पर 2016 में हमला हो चुका है। उस समय पाकिस्‍तानी आतंकी अंदर घुस गए थे। कई दिनों की कार्रवाई के बाद उनको मार गिराया गया था। इसके बाद से यहां सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। पठानकोट एयरफोर्स स्‍टेशन हमेशा से पाकिस्‍तान और वहां पल रहे आतंकियों के निशाने पर रहा है।

बुधवार देर रात देखे गए इन संदिग्‍धाें को सबसे पहले रविवार को बमियाल सेक्‍टर में देखा गया था। बमियाल सेक्टर में रविवार रात सेना की वर्दी में दिखे इन संदिग्धों के फिदायीन गुट के सदस्य होने की आशंका हैं। पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग की ओर से दिए गए इनपुट में भी यह आशंका जाहिर की गई। इससे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए। उनकी तलाश में अभियान और तेज कर दिया गया।

ढाकी निवासी राज कुमार ने बताया की वह रात को शौच के लिए निकला था। बाहर सेना की वर्दी में दो संदिग्ध लोग जाते दिखे। इनके पीछे एक और व्यक्ति जा रहा था। ये लोग हथियारों से लैस थे। यह देखकर वह घबरा गया। बाद में उसने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। वीरवार सुबह सर्च ऑपरेशन में एसएसजी कमांडो भी शामिल हुए।

जवानों ने पूरे क्षेत्र को घेरे में ले लिया है और सभी सड़कों की नाकेबंदी कर दी गई है। पूरा क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। लोगों को भी सतर्क किया जा रहा है। एयरफोर्स स्‍टेशन के अासपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और उसके बाहर सुरक्षा घेरा मजबूत कर दिया गया है। सर्च अॉपरेशन की वरिष्‍ठ अधिकारी निगरानी कर रहे हैं।

रविवार रात को इन संदिग्ध लोगों ने मुस्कान अली से पहले आल्टो कार छीनी। उन्‍होंने आल्‍टो कार को गांव कोट भट्टियां में छोड़ दिया और वहां से एक क्रेटा या ब्रेजा कार में गए। यह क्रेटा व ब्रेजा कार कहां से आई और किसकी थी, इसका पता नहीं चला। आशंका जताई गई कि इन संदिग्धों की संख्या दो से अधिक भी हो सकती है। संदिग्धों के पास फोल्ड होने वाली राइफल व अन्य हथियार भी हैं।

पहले दो संदिग्‍धों को देखा गया और बाद में पठानकोट के पास एक और संदिग्‍ध देखा गया। इसके बाद वीरवार को तीन संदिग्‍धों के एयरफोर्स स्‍टेशन के करीब के क्षेत्र में देखे जाने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों में हडकंप मच गया। इसके बाद पूरे इलाके के घेर लिया गया है और बख्‍तरबंद गाडि़यों के साथ सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है।

दूसरी ओर, दिल्‍ली में पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हमारी इस पर पूरी निगाह है और किसी तरह से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। सर्च अभियान चलाया जा रहा है अौर पुलिस पूरी तरह से मुस्‍तैद है। हालत की मॉनिट‍रिंग की जा रही है।

बता दें कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर बमियाल सेक्‍टर में रविवार देर रात दो संदिग्ध देखे जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई थीं।  इसके बाद से पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। पुलिस की करीब 12 टीमों का गठन किया गया था। क्षेत्र के 60 से अधिक गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया इन टीमों में पुलिस और सेना के जवान के साथ-साथ एसएसजी कमांडो शामिल थे।

सबसे पहले रविवार रात करीब नौ बजे सीमा पर स्थित बमियाल सेक्टर में दो संदिग्ध देखे गए। इसके बाद संदिग्‍ध पठानकोट शहर में दिखे। बमियाल सेक्टर जीरो लाइन पर स्थित है। पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर हुए हमले के दौरान भी इसी सेक्टर से घुसपैठ हुई थी। बमियाल से यहां की दूरी करीब 32 किलोमीटर है।

इसके बाद सोमवार शाम करीब साढ़े छह बजे शहर के शाहपुर चौक पर एक संदिग्ध सेना की वर्दी में दिखा। यहां उसने एक मेडिकल स्टोर से दवा भी खरीदी। दुकानदार ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। यह क्षेत्र बमियाल सेक्टर से करीब 26 किलोमीटर दूर है। पुलिस ने दवा दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज कब्जे में ले ली।

सीमा से 8 किमी दूर दोस्तपुर में गुज्जर समुदाय के दो युवकों से ली लिफ्ट, कार से कूद भागे युवक

बमियाल में दिखे संदिग्धों की सूचना पुलिस को गुज्जर समुदाय के दो युवकों ने रात करीब 11 बजे दी, जिसके बाद क्षेत्र में घेराबंदी शुरू हो गई। रविवार रात को शुरू हुआ सर्च ऑपरेशन सोमवार रात तक जारी रहा। इसके बाद शहर के पॉश इलाकों में भी तलाशी अभियान शुरू हुआ। हालांकि, अभी पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है।

बमियाल निवासी मस्कीन अली ने बताया कि वह बमियाल-पठानकोट मार्ग पर रविवार रात साढ़े आठ बजे अपनी मारुति ऑल्टो कार से साले को छोड़ने गांव कोट पट्टियां (शहर की तरफ) जा रहा था। बॉर्डर से आठ किलोमीटर दूर स्थित गांव दोस्तपुर के पास सेना की वर्दी में दो हथियारबंद लोगों ने उन्हें कार रोकने का इशारा किया। दोनों ने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था। उन्होंने खुद को सेना के जवान बताते हुए बाइक खराब होने की बात कही और लिफ्ट ली।

उन्होंने कहा कि उनकी यूनिट का वाहन थोड़ा आगे खड़ा है। आगे जाने पर सेना का कोई वाहन नहीं दिखा। दोनों में से एक संदिग्ध किसी को फोन करने लगा, जिसके बाद उन्हें शक हुआ। मस्कीन ने बताया कि उसने संदिग्ध की लंबी दाढ़ी देखी, तो वह डर गया और अपने साले के साथ कार रोक कर छलांग लगा दी। भाग कर दोनों नजदीकी गुज्जरों के डेरे में पहुंचे और पुलिस को इसकी सूचना दी।

उन्होंने जिस स्थान पर छलांग लगाई थी, उससे एक किलोमीटर आगे जाकर दोनों संदिग्ध कार छोड़ गए थे। पुलिस ने घटनास्थल से एक किमी आगे कार बरामद कर ली है। सूचना मिलने के बाद एसएसपी विवेकशील सोनी, एसपी (ऑपरेशन) हेमपुष्प शर्मा, एसएसजी कमांडो व पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सर्च ऑपरेशन शुरू किया।

पठानकोट, गुरदासपुर हमले में हाइजैक की थी गाड़ी

गौरतलब है कि 2 जनवरी, 2016 को सुबह 3.30 बजे पठानकोट स्थित वायु सेना स्टेशन पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। चार आतंकी आतंकी 31 दिसंबर 2015 की रात को पुलिस की गाड़ी हाइजैक कर एयफोर्स स्टेशन से 400 मीटर दूर तक पहुंचे थे। वहीं, इससे पहले 27 जुलाई, 2015 में गुरदासपुर के दीनानगर पुलिस स्टेशन पर हुए आतंकी हमले से पहले भी आतंकियों ने थाने पर पहुंचने के लिए एक कार हाईजैक की थी।

 
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