क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे खिलाड़ी रहे हैं, जो टीम की कप्तानी मिलने के बाद दवाब में खेलते हुए दिखाई दिए हैं। दवाब का असर उनकी बल्लेबाजी या फिर गेंदबाजी पर दिखाई देने लगाता है, लेकिन विराट कोहली के गैर-मौजूदगी में नए कप्तान बनाए गए रोहित शर्मा की बल्लेबाजी श्रीलंका के खिलाफ और भी धारदार दिखाई दी।
रोहित के नाम इस साल 60 की औसत और 97.11 की स्ट्राइक रेट के साथ 1,416 रन हैं। रोहित ने इस साल 6 सेंचुरी और 6 फिफ्टी लगाई है। इसलिए रोहित अगर इस साल आईसीसी वन-डे प्लेयर ऑफ द ईयर चुने जाते हैं तो कोई हैरानी की बात नहीं होगी।
अफगानिस्तान का युवा लेग स्पिनर राशिद खान भी इस साल बेस्ट क्रिकेटर चुना जा सकता है। राशिद के नाम इस साल 19 मैचों में 50 विकेट हैं। राशिद का सबसे शानदार प्रदर्शन वेस्टइंडीज के खिलाफ सेंट लूसिया में 7/18 है। इंटनेशनल के अलावा राशिद का जलवा बांग्लादेश प्रीमियर लीग में भी दिखाई दिया।
पाकिस्तान पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर पाया तो इसके पीछे सबसे बड़ा फैक्टर था हसन अली नाम का गेंदबाज। पाकिस्तान का यह युवा तेज गेंदबाज न सिर्फ वन-डे आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर का प्रमुख दावेदार है बल्कि इमरजिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर का मुख्य दावेदार है।
हसन अली ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे और पाकिस्तान को जीताने में अहम किरदार निभाया था। अली फिलहाल वन-डे में नंबर वन गेंदबाज हैं। अली के नाम इस साल 21 वन-डे मैचों में 18 की औसत और 4.91 इकॉनोमी के साथ 48 विकेट हैं।