रमजान 2018: इस बार 15 घंटे 42 मिनट का होगा आखिरी रोजा

इस बार मुकद्दस रमजान का आखिरी रोजा सबसे ज्यादा वक्त का होगा। जिसकी अवधि 15 घंटे 42 मिनट होगी। सभी रोजों की अवधि पंद्रह घंटे पंद्रह मिनट से लेकर पंद्रह घंटे 42 मिनट के बीच रहेगी। पिछले साल सबसे लंबा रोजा माह-ए-रमजान के बीच में पड़ा था। अगर चांद दिखा तो 17 मई से माह-ए-रमजान का आगाज हो जाएगा। मुस्लिम इलाकों में इसकी तैयारी भी शुरू हो गई। इस बार चौबीस घंटे में रोजेदारों को पौने सोलह घंटे भूखे प्यासे रहना होगा।रमजान 2018: इस बार 15 घंटे 42 मिनट का होगा आखिरी रोजा

रमजान की शुरुआत 15 घंटे 15 मिनट के रोजे से होगी। जबकि आखिरी रोजे की अवधि 15 घंटे 42 मिनट की होगी। रमजान का आखिरी रोजा ही सबसे अधिक समय का होगा। मदरसा जामिया नूरिया अशरफुल उलूम के मोहतमिम मौलाना तय्यब कादिरी नईमी ने बताया कि रमजान के सभी रोजे 915 मिनट से 942 मिनट के बीच होंगे। इस दौरान रोजदारों को शिद्दत की गर्मी से भी जूझना पड़ेगा।   

मुकद्दस रमजान में पड़ सकते हैं पांच जुमे 

अगर 17 मई से रमजान का आगाज हुआ और तीस रोजे रखे गए तो इस बार रमजान के महीने में पांच जुमे पड़ सकते हैं। माह-ए-रमजान में ये जुमे दूसरे रोजे 18 मई, नौंवा रोजा 25 मई, सोलहवां रोजा 01 जून, तेइसवां रोजा 08 जून और तीसवां रोजा 15 जनू को पड़ेगा।  

939 या 942 मिनट का होगा अलविदा का रोजा 

 रमजान में आखिरी जुमा का खास महत्व है। आने वाले रमजान में अलविदा का रोजा 939 या 942 मिनट का हो सकता है। 17 मई से रमजान शुरू होने पर अलविदा आठ या पंद्रह जून को पड़ सकता है। इस रोजे को बड़ों के अलावा बच्चे भी शिद्दत के साथ रखते हैं।

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