टीम इंडिया के अनुभवी कप्तान से एक बार फिर हुई ये बड़ी गलती: विडियो
नई दिल्ली. एसेक्स के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में विराट कोहली की बल्लेबाजी को देखकर ये साफ हो गया है कि 2018 का विराट 2014 वाले इंग्लैंड दौरे के विराट से काफी अलग है. अब विराट मैच्योर हो चुके हैं. उनके कंधे पर जिम्मेदारियों का बड़ा बोझ है. टीम इंडिया का नेतृत्व है. और इन सबका उन्हें अच्छे से अंदाजा है.
विराट कोहली ने अटैकिंग क्रिकेट खेलते हुए एसेक्स के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में 93 गेंदों पर 68 रनों की पारी खेली, जिसमें 12 चौके शामिल रहे. लेकिन, हम यहां उनकी इस धमाकेदार बल्लेबाजी नहीं बल्कि बल्लेबाजी के दौरान हुई एक पुरानी गलती का जिक्र करने वाले हैं. दरअसल, प्रैक्टिस मैच में विराट की धमाकेदार पारी का अंत जिस अंदाज में हुआ उसमें साल 2014 वाली झलक दिखाई दी.
ये तस्वीरें टीम इंडिया की टेंशन टाइट करने वाली हैं. वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे तेज गेंदबाज वॉल्टर की छठे स्टंप पर पड़ी गेंद को विराट कवर ड्राइव लगाने की कोशिश करते हैं लेकिन गेंद उनके बल्ले का किनारा लेती हुई फर्स्ट स्लिप पर खड़े फील्डर के हाथों में जा समाती है और वो आउट हो जाती है. इंग्लैंड में तेज गेंदबाज की गेंद पर विराट के आउट होने का ये सबसे फेवरेट तरीका है.
5⃣ Kohli goes for 68 after being caught by Chopra off the bowling of Walter#ESSvIND
Watch live here: https://t.co/0WMzSvtsrw pic.twitter.com/dHWjS3WwTc
— Essex Cricket (@EssexCricket) July 25, 2018
2014 के इंग्लैंड दौरे पर 6 बार हुए आउट
2014 के इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज में विराट को 6 बार तेज गेंदबाजों ने आउट किया. इनमें सबसे ज्यादा 3 बार वो फर्स्ट स्लिप पर ही लपके गए. 2 बार वो सेकेंड स्लिप में लपके गए जबकि एक बार गेंद के विकेटकीपर के दस्तानों में जा समाने से वो पवेलियन लौटे. 6 बार में से 4 बार विराट को एंडरसन ने आउट किया था. जबकि, ब्रॉड और जॉर्डन ने 1-1 बार उन्हें अपना शिकार बनाया था. इसी का नतीजा है कि विराट कोहली 2014 के इंग्लैंड दौरे पर बुरी तरह से फ्लॉप रहे थे और 5 टेस्ट की 10 पारियों में 13.50 की मामूली औसत से सिर्फ 131 रन ही बना सके थे.
कहीं रंग में पड़ ना जाए भंग!
हालांकि, इस बार प्रैक्टिस मैच में विराट दिखे तो बेहतरीन रंग में लेकिन स्लिप में लपके जाने की पुरानी बीमारी ने उस रंग में थोड़ा भंग डालने का काम किया है. अब देखना ये है कि इस पर प्रैक्टिस में ही फुल स्टॉप लगता है या फिर ये सिलसिला टेस्ट सीरीज में भी बरकरार रहकर भारतीय टीम की मुश्किलों को बढ़ाता है.