ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर बिमारी के शुरू होते ही मिलने लगते हैं शरीर को ये संकेत

वर्तमान समय में सिर दर्द की समस्या हर किसी को होने लगी हैं| हालांकि सिर दर्द होना नॉर्मल हैं परंतु यह हमेशा रहने लगे तो इस बात को नजरंदाज नहीं करना चाहिए| क्योंकि यह लक्षण ब्रेन ट्यूमर की सबसे शुरुआती स्टेज का भी हो सकता हैं| ब्रेन ट्यूमर बहुत ही खतरनाक बीमारी होती है| अगर इस बीमारी का समय रहते ही पता चल जाए तो इसका इलाज किया जा सकता है|ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर बिमारी के शुरू होते ही मिलने लगते हैं शरीर को ये संकेत

परंतु इसके इलाज में जरा सी देरी व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो सकती है| ब्रेन ट्यूमर होने से दिमाग में बहुत सी कोशिकाएं या कोई एक कोशिका सामान्य रूप से बढ़ने लगती है| जिसकी वजह से अन्य कोशिकाएं भी क्षतिग्रस्त होने लगती हैं| कई बार यह अनुवांशिक भी हो सकता है या फिर रेडिएशन में ज्यादा रहने या केमिकल के संपर्क में रहने से भी यह रोग हो सकता है| आइए हम आपको बताते हैं इसके शुरुआती लक्षणों के बारे में…..

(1) सिर दर्द

सिर दर्द ब्रेन ट्यूमर का सबसे शुरुआती लक्षण होता हैं| यह ब्रेन ट्यूमर का सामान्य लक्षण भी है| ब्रेन ट्यूमर जब होता है तो सबसे पहले सिरदर्द ज्यादातर सुबह के समय होता है और यह लगातार बढ़ता ही जाता हैं| कई बार दर्द इतना तेज होता है कि इंसान अपना मानसिक संतुलन भी खो बैठता है|

(2) उल्टी और मितली

उल्टी और मितली ब्रेन ट्यूमर का दूसरा लक्षण हैं| सिर दर्द होने पर पूरे दिन मितली आती रहती है और कुछ भी खाने-पीने की इच्छा नहीं होती है| यह लक्षण भी शुरुआत में सुबह के समय ही दिखाई देता है और बाद में यह तेज होने लगता है।

(3) शरीर का संतुलन

यदि किसी को ब्रेन ट्यूमर है तो उसको चक्कर आते हैं और कई बार चक्कर इतनी तेज आते हैं कि व्यक्ति नीचे गिर भी जाता है और अपना संतुलन खो बैठता हैं| हम आपको बता दें कि ट्यूमर अगर सेरिबैलम में होता है तो यह शारीरिक संतुलन को प्रभावित करता है जिसकी वजह से चलते-फिरते मनुष्य के शरीर का संतुलन बिगड़ता रहता है और इंसान गिर जाता है।

(4) दौरे पड़ना

ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित व्यक्ति को दौरे भी पड़ने लगते हैं| यह ऐसी स्थिति होती है जब प्रभावित कोशिकाएं दिमाग के अंदर अपना जाल बिछाना शुरू कर देती हैं जिसकी वजह से आस-पास की कोशिकाओं पर असर पड़ने लगता है|

(5) पैरालिसिस जैसा महसूस होना

जब ब्रेन ट्यूमर होता है तब शरीर के अंगों से दिमाग का नियंत्रण हट जाता है जिसकी वजह से व्यक्ति को अंग विशेष की संवेदना महसूस नहीं होती है| ऐसी स्थिति में रोगी को पैरालिसिस जैसा महसूस होता है। अर्थात एक तरह से दिमाग का शरीर पर नियंत्रण धीरे-धीरे समाप्त होने लगता हैं|

(6) बोलने में परेशानी

ब्रेन ट्यूमर होने के बाद मनुष्य को बोलने में परेशानी होने लगता हैं| दिमाग में शरीर के हर अंग को जोड़ने वाली कोशिकाएं मौजूद होती हैं इसीलिए ट्यूमर की कोशिकाएं जिस भी कोशिका के आस पास से गुजरती हैं वह कोशिका प्रभावित हो जाती हैं|

(7) चिड़चिड़ापन और स्वभाव परिवर्तन

ब्रेन ट्यूमर होने के बाद मनुष्य चिड़चिड़ा होने लगता हैं| इससे हमारे शरीर के अंगो की क्रिया और मानसिक क्रिया ही नहीं प्रभावित होती बल्कि इसका प्रभाव हमारे स्वभाव पर भी पड़ता है|

(8) सुनने में समस्या होना

ब्रेन ट्यूमर होने के बाद मनुष्य टैंपोरल लोब में पहुंच जाता है और इससे सिर्फ बोलने की क्षमता नहीं बल्कि मनुष्य की सुनने की क्षमता भी प्रभावित होती है जिसकी वजह से व्यक्ति को सुनने में परेशानी होने लगती है।

(9) हाथ पैरों में ऐंठन

ब्रेन ट्यूमर में जब ट्यूमर सेल्स का प्रवेश पैराइटल लोब में होने वाला होता है तब ऐसी स्थिति आ जाती है जिससे अचानक से मनुष्य के हाथ पैर में अकड़न आने लगती हैं|

(10) कमजोरी का अहसास होना

सिर दर्द के अलावा ब्रेन ट्यूमर में मनुष्य को कमजोरी भी महसूस होने लगता हैं यह भी इसके शुरुआती लक्षणों में शामिल हैं|

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