
अंतर्राष्ट्रीय रडार ने तुर्की और उज्बेकिस्तान से उड़ान की सूचना दी है जो गुरुवार को काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरेगी। वहीं, भारत सरकार को अभी काबुल के लिए उड़ानें फिर से शुरू करने पर अंतिम निर्णय लेना है। द खामा प्रेस न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान के अधिग्रहण के बाद यह पहली बार होगा जब काबुल में दोनों देशों से वाणिज्यिक उडानें आ रही हैं।
इससे पहले, अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात ने एक पत्र में भारत सरकार से अफगानिस्तान के लिए अपनी वाणिज्यिक उड़ानें फिर से शुरू करने के लिए कहा था। हालांकि, भारत ने अफगानिस्तान के लिए वाणिज्यिक उड़ानें फिर से शुरू करने के मुद्दे पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने एएनआइ को बताया, ‘काबुल के लिए उड़ानें फिर से शुरू करने के निर्णय की नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा समीक्षा की जा रही है।’
तालिबान ने हाल ही में भारत के विमानन नियामक महानिदेशालय (डीजीसीए) से काबुल के लिए वाणिज्यिक उड़ान संचालन फिर से शुरू करने का अनुरोध किया है, जो 15 अगस्त के बाद बंद कर दिया गया था।
अफगानिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की ओर से डीजीसीए अरुण कुमार को एक पत्र में कहा गया, ‘अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात का नागरिक उड्डयन भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय को अपनी बधाई देता है। जैसा कि आपको सूचित किया जाता है कि हाल ही में काबुल हवाईअड्डा क्षतिग्रस्त हो गया था और अमेरिकी सैनिकों द्वारा उनकी वापसी से पहले ये काम कर रहे थे। हमारे कतर भाई की तकनीकी सहायता से हवाई अड्डा एक बार फिर से चालू हो गया और इस संबंध में 06 सितंबर, 2021 को एक नोटम(उड़ान से पहले पायलटों को एक लिखित अधिसूचना जारी करना, जिसमें उन्हें उड़ान की स्थिति से संबंधित परिस्थितियों की जानकारी देना) जारी किया गया।’
एक शीर्ष सरकारी सूत्र ने एएनआइ को बताया, ‘वर्तमान में, काबुल के लिए वाणिज्यिक उड़ानों को फिर से शुरू करने के निर्णय की समीक्षा DGCA, नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA), विदेश मंत्रालय (MEA) के साथ-साथ सक्षम प्राधिकारी द्वारा की जा रही है।’
अफगानिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (एसीएए) ने भी भारतीय अधिकारियों से भारत और काबुल के बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रीय वाहक की वाणिज्यिक उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने का अनुरोध किया है।
अफगानिस्तान के नागरिक उड्डयन से भारत के नागरिक उड्डयन को भेजे गए पत्र में लिखा है कि कतर की तकनीकी टीम ने काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को सक्रिय कर दिया है और अब पूरी तरह कार्यात्मक है। खामा प्रेस ने बताया।
वर्तमान में, केवल पाकिस्तान और ईरान ही ऐसे देश हैं जो काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आने-जाने के लिए उड़ानें संचालित कर रहे हैं। वहीं, कतर केवल हवाई अड्डे से चार्टर्ड उड़ानों का संचालन कर रहा है।