शादी जितनी सिंपल थी, संदीप ने शादी की ड्रेस भी उतनी ही साधारण थी। संदीप ने हजारों रुपये का कोट-पैंट और शेरवानी पहनने की बजाय, सिंपल पैंट-शर्ट और स्वेटर पहनकर फेरे लिए।
दोनों के परिजन भी सादे कपड़ों में ही आए। संदीप सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और एक कंपनी के मलिक हैं। उनके पिता रिटायर्ड प्रिंसीपल हैं, जबकि दुल्हन गांव राहल निवासी अमनदीप कौर 12वीं पास हैं।
वहीं अब इस शादी की चर्चा पूरे जिले में हो रही है और इसके लिए हर कोई दुल्हा दुल्हन को आशीर्वाद दे रहा है, वाहवाही कर रहा है। हर किसी की जुबान पर संदीप और अमनदीप तारीफ है।
संदीप कहते हैं कि आजकल लोग शादी समारोह में लाखों रुपये खर्च कर देते हैं। अमीर आदमी को तो कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन मध्यम वर्गीय के लोग कर्ज के बोझ तले दब जाते हैं।
आजकल शादी में शराब पीना और फिर नशे में धुत्त होकर फायरिंग करना जैसी बातें होने लगी हैं। इसलिए मैंने सोचा कि इन सभी से अलग बिल्कुल सादे तारीके से शादी की जाए तो क्या हर्ज है।