समाज कल्याण विभाग की पोल न खोल दूं, इस कारण गिरा दी थी सरकार: मांझी
पटना। पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान देकर सनसनी फैला दी है। उनकी मानें तो उन्हें समाज कल्याण विभाग में हो रहे गोरखधंधे की भनक लगई गई थी। अगले दो-चार महीने में वे सबको नंगा करने ही वाले थे कि साजिश रचकर उनकी सरकार ही गिरा दी गई। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें मौका मिला होता तो वे विधानसभा का सत्र बुलाकर इस मुद्दे पर चर्चा कराते। लेकिन, ऐसा नहीं हो सका।
विदित हो कि मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में हुई यौन हिंसा को लेकर इन दिनाें समाज कल्याण विभाग बदनामी झेल रहा है। एक-एककर विभाग के तहत संचालित कई शेल्टर होम में गड़बडि़यां सामने आईं हैं। यहां तक कि विभागीय मंत्री मंजू वर्मा को इस्तीफा देना पड़ा है।
साजिश के तहत पद से हटाया
जीतनराम मांझी ने कहा कि उन्हें कई विभागों में घाटालों व गड़बडि़यों की जानकारी मिली थी। इनमें समाज कल्याण विभाग भी शामिल था। कहा कि वे एक-एक कर सभी को नंगा करने वाले थे। मांझी ने बताया कि कुछ लोगों को यह लगा कि वे सारी गड़बड़ियों का खुलासा कर देंगे, इस कारण बड़ी साजिश रची गई। इसके तहत उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी से उतार दिया गया।
नीतीश कुमार पर साधा निशाना
मांझी ने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनके पूर्व के बयानों को देखें तो उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है। पहले वे मुख्यमंत्री के पद से हटाए जाने का ठीकरा नीतीश कुमार पर फोड़ते रहे हैं। ऐसे में मांझी के बयान के गहरे राजनीतिक अर्थ हैं।