खोजने में खपा दी जिंदगी, पड़ोस में मिली बचपन में बिछड़ी बहन

‘बगल में बच्चा, शहर में ढिंढोरा’, अमेरिका में यह कहावत शत-प्रतिशत सही हो गई। एक बहन ने दूसरी बहन को ढूंढने में पूरी जिंदगी खपा दी और वह उसे अपने पड़ोस में ही मिली। विस्कंसिन की हिलेरी हैरिस को सिर्फ इतना याद था कि बचपन में अलग हुई उसकी बहन का नाम डॉन जॉनसन था। खोजने में खपा दी जिंदगी, पड़ोस में मिली बचपन में बिछड़ी बहन

हिलेरी हैरिस और उनके भाई को 1987 में गोद ले लिया गया था। इसके बाद वह अपने वास्तविक पिता वेन क्लॉज और बहन डॉन से कभी नहीं मिलीं। 2002 में क्लॉज की मौत के शोक संदेश में दो बेटियों डॉन जॉनसन और रिनी डेरिक का जिक्र था। इसके बाद हिलेरी ने अपनी वास्तविक बहन को खोजने के लिए सोशल मीडिया के साथ ही हर तरीके का इस्तेमाल किया। हर कोशिश में नाकाम रहने के बाद हिलेरी (31) ने बहन के मिलने की उम्मीद छोड़ दी थी। 

एक दिन उन्होंने डॉन जॉनसन नाम से एक पार्सल देखा, जिस पर उसी सड़क के एक घर का पता था। हिलेरी बताती हैं कि वह अपनी बहन के मिलने की उम्मीद से कांपने लगी थीं। उन्होंने सीधे डॉन के घर जाने से पहले पड़ोसन को भेजे मैसेज में पूछा कि क्या आपके पिता का नाम वेन क्लॉज था। एक लैब में कर्मचारी डॉन (50) ने तुरंत हां में जवाब दिया। तुरंत दोनों बहनें मिलीं। 

हिलेरी कहती हैं कि डॉन से मिलने पर उन्हें अपने हर उस सवाल का जवाब मिल गया, जिसे वह तलाश रही थीं। डॉन के मुताबिक, यह किस्मत ही है कि सैकड़ों-हजारों घरों में उन्होंने वही घर खरीदा जो उनकी बहन की सड़क पर ही था। डॉन ने हिलेरी को छोटी बहन रिनी से भी मिलाया। हालांकि, उनके भाई टाइलर ने हिलेरी से डीएनए टेस्ट के बाद मिलने की बात कही। हिलेरी की सात साल की बेटी स्टेला ने अपनी मां को बार-बार उनकी बिछड़ी हुई बहन को खोजने के लिए प्रोत्साहित किया। 

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