सदी का सबसे बड़ा चंद्रगहण इन राशि वालो डालेगा बड़ा प्रभाव, हो सकता है…

आगामी 27 और 28 जुलाई की मध्य रात्रि में लगने वाले चन्द्रग्रहण में करीब 1 घंटे 43 मिनट का खग्रास रहेगा। यह चन्द्रग्रहण शुरू होने से अंत होने तक करीब 4 घंटे का रहेगा। यह चंद्रग्रहण 104 साल बाद बेहद खास है। यह 21वीं सदी का सबसे लंबा चन्द्रग्रहण होगा। इस चंद्रग्रहण को पूरे भारत में देखा जा सकता है।

पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा पृथ्वी की छाया के मध्य हिस्से से होकर गुजरेगा। ग्रहण के दौरान चंद्रमा जब पृथ्वी की छाया से होकर गुजरता है तो वह चमकीले नारंगी रंग से लाल रंग का हो जाता है और एक दुर्लभ घटना के तहत गहरे भूरे रंग से और अधिक गहरा हो जाता है। यही कारण है कि पूर्ण चंद्र ग्रहण लगता है और उस समय इसे ब्लड मून कहा जाता है।

– ग्रहण स्पर्श – 23ः54 -27 जुलाई की रात्रि, -खग्रास आरंभ- 25ः00-27/28 जुलाई की मध्य रात्रि,  – ग्रहण मध्य- 01ः52-28 जुलाई
-खग्रास समाप्त- 02-43.-28 जुलाई,  – ग्रहण समाप्त -03ः49-28 जुलाई,  – ग्रहण की अवधि- 3 घंटे -ग्रहण का सूतक- 27 जुलाई को

दोपहर 2 बजकर 54 मिनट से ग्रहण समापन तक।

ईश्वर को पाना चाहते हैं तो तुरंत छोड़ दे ये काम, फिर देखे कमाल

ऐसे में लोगों को बेहद सावधानी बरतनी होगी। भारत के अलावा यह चन्द्रग्रहण संपूर्ण एशिया, यूरोप, आस्ट्रेलिया, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, हिंद और अटलांटिक महासागर क्षेत्र में देखा जा सकेगा। ग्रहण का आरंभ 27 जुलाई की मध्य रात्रि में 11 बजकर 54 मिनट पर होगा और इसका मोक्ष काल यानी अंत 28 जुलाई की सुबह 3 बजकर 49 मिनट पर होगा।

Back to top button