सड़क चौड़ीकरण में बीएसएनल को भारी नुकसान, प्रोजेक्ट अधिकारी ने पैसा देना किया इन्कार…

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बड़ा गणपति से खजूरी बाजार के बीच सड़क को चौड़ा किया जाना है। बाधक निर्माण को तोड़ने का काम इन दिनों चल रहा है। इसे बीएसएनएल को भारी नुकसान हुआ है। अतिक्रमण हटाने से क्षेत्र में कुछ स्थानों से फाइबर केेबल लाइन कट गई है। साथ ही छोटे-छोटे एक्सचेंज बॉक्स भी जेसीबी ने गिरा दिए है। इलाके में लैंडलाइन-ब्राडबैड सेवाएं बंद हो गई है। परेशान उपभोक्ता अब कंपनी कार्यालय में हंगामा करने में पहुंच रहे है। करीब एक हजार से ज्यादा कनेक्शन प्रभावित हुए है। नुकसान की भरपाई के लिए कंपनी ने प्रोजेक्ट अधिकारी से चर्चा की है। मगर पैसा देने से मना कर दिया है।

बड़ा गणपति से खजूरी बाजार के बीच करीब ढ़ाई किमी की सड़क है। क्षेत्र को स्मार्ट सिटी में जोड़ गया है। इलाके से करीब 150 से ज्यादा बाधक मकान तोड़े गए है। अतिक्रमण हटाने से पहले निगम ने बीएसएनएल को सूचना नहीं दी। इसे बड़े गणपति से लेकर मल्हारगंज और खजूरी बाजार में केबल कट गई है। छोटे-छोटे बॉक्स भी गिराकर अलग कर दिए। कंपनी को एक करोड़ 70 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।

कनेक्शन बंद होने से 1200 उपभोक्ता परेशान है। लाइन शुरू करने के लिए कंपनी को बार-बार मेंटेनेंस करना पड़ रहा है, जिसमें लाख रुपये का खर्च कंपनी को उठाना पड़़ रहा है। सेवाएं प्रभावित होने से अब उपभोक्ता नेहरूपार्क और रेसींडेंसी स्थित कंपनी कार्यालय में हंगामा करने लगे है। कंपनी ने नुकसान को लेकर स्मार्ट सिटी कार्यालय को एस्टीमेंट भी भेज रखा है। मगर अधिकारियों ने मुआवजा देने से साफ माना कर दिया है।

70 लाख का वार्षिक नुकसान

केबल कटने और सेवाएं प्रभावित होने के बाद कंपनी महाप्रबंधक संजीव सिंघल ने भी स्मार्ट सिटी सीईओ ऋषव गुप्ता से मुलाकात की। एस्टीमेंट भी दिया है। मगर अधिकारी ने मुआवजे का प्रावधान नहीं होना बताया। इसके चलते पैसा नहीं दे सकते है। ऐसी स्थिति में कंपनी के सामने मुश्किलें खड़ी हो चुकी है। इलाके में एक हजार से ज्यादा कनेक्शन है।

इसे 70 लाख की वार्षिक आय होती है। मुद्दे पर सलाहकार समिति के सदस्य रामस्वरूप मूंदड़ा ने भी विरोध जताया है और कहा कि सरकारी एजेंसी का रवैया काफी गलत है। वे बताते है कि इस विषय से सांसद शंकर लालवानी को अवगत कराया जाएगा। उधर सीईओ गुप्ता से संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

Back to top button