जायदाद के बंटवारे में विवाद, दो माह की बच्ची की जमीन पर पटककर हत्या

जमीन-जायदाद के बंटवारे को लेकर हुए झगड़े के दौरान एक दो माह की मासूम बच्ची की जमीन पर पटककर हत्या कर दी गई। बच्ची के पिता ने हत्या का आरोप अपने पिता आैर भाइयों पर लगाया है। जबकि बच्ची की दादी का कहना है कि हत्या बच्ची के बाप ने ही की है। मेरे पति आैर आरोपी दोनों बेटे बेकसूर हैं। फिलहाल पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर बच्ची के चाचा आैर ताऊ को गिरफ्तार कर लिया है।जायदाद के बंटवारे में विवाद, दो माह की बच्ची की जमीन पर पटककर हत्या

बच्ची के कान और मुंह से निकल रहा था खून

जानकारी के अनुसार गोहद के वार्ड क्रमांक 13 में गोहद गेट के पास रहने वाला उमेश राठौर का बुधवार को जमीन-जायदाद के बंटवारे को अपने पिता कामता प्रसाद राठौर व दो भाइयों राजकुमार व बृजेश केे साथ झगड़ा हो गया। शाम 6 बजे के करीब उमेश अपनी खून से लथपथ दो महीने की बच्ची को लेकर थाने पहुंचा। उसने पुलिस को बताया कि बंटवारे के विवाद में मेरे पिता व भाइयों ने मेरी मासूम बच्ची को पटककर मार डाला। बच्ची के के मुंह और कान से खून निकल रहा था। पुलिस ने तत्काल बच्ची के चाचा व ताऊ के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कर बच्ची को अस्पताल भेजा। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद आरोपियों के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।

हमें फंसाने बच्ची के पिता ने ही की हत्या

मासूम बच्ची की मौत को लेकर उसकी दादी जयंतश्री ने बताया कि मेरा बेटा-उमेश आवारा किस्म का है। उसने बंटवारा न होने से गुस्से में खुद ही अपनी मासूम बच्ची को पटककर मार दिया और अपने पिता व भाइयों को फंसाने के लिए थाने पहुंच गया। वहीं एडिशनल एसपी गुरुशरण सिंह का कहना है कि हमने फिलहाल एफआईआर दर्ज कर ली है। मामले की जांच कर रहे हैं।

आखिर मेरा क्या कसूर था…

पापा…चाचा..ताऊ बंटवारे को लेकर झगड़ा तो आप लोगों के बीच था, लेकिन मेरा क्या कसूर था। मैं तो अभी सिर्फ दो माह की थी, जब भूख लगती थी तो रोती थी मैं तो इस दीन-दुनिया से अनजान थी। मां की गोद ही मेरे लिए सारे जहां की जायदाद थी लेकिन आपने अपने स्वार्थ के झगड़े में मेरी जान ले ली। अगर दो माह की मासूम हिमांशी जिंदा होती तो शायद वह यही सवाल पूछती।

मुझे रास्ते में घेरकर मारा, बच्ची की कर दी हत्या
मैं तो बाजार से नाश्ता करके आया था। इसी दौरान मेरा भाई मेरी पत्नी को मार रहा था यह देख मैंने बीच बचाव किया। घर से निकल कर आ रहे थे तो रास्ते में भानू घटिया के पास घेर लिया। वहां से बचके निकले खटीक मोहल्ला, ऐंचाया रोड होते हुए थाने पहुंचे। तो वहां भी घेर लिया। वहां हम दोनों को मारा। इसको मौसी ने मारा। इससे बच्ची को छुड़ाकर पछीट दी।

बेटे ने बच्ची को पछीटा और कहा-अब पुलिस रिपोर्ट लिखेगी
बच्ची को उमेश ने ही खुद मारा है। वह रास्ते में जा रहा था। किसी ने कहा होगा कि पुलिस रिपोर्ट नहीं लेगी तो बच्ची पछीट दी, कि अब तो पुलिस रिपोर्ट लेगी। सामान के बंटवारे को लेकर घर में झगड़ा हो रहा था। लेकिन मेरे बच्चों (राजकुमार और बृजेश) ने बच्ची नहीं मारी। वह पहले भी मेरी 27 साल की बेटी को मरवा चुका है।

Back to top button