कोरोना वायरस से संक्रमित 70 वर्षीय वृद्धा की उपचार के दौरान हुई मौत, निजी अस्पताल से भेजा गया था मेडिकल

कोरोना वायरस से संक्रमित 70 वर्षीय वृद्धा की उपचार के दौरान मौत हो गई। वृद्धा को नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया था। इधर, कोरोना संक्रमित एक किशोर की जान बचाने में चिकित्सक कामयाब रहे। गंभीर निमोनिया के साथ किशोर कोरोना की चपेट में आ गया था। कोविड वार्ड में उसे बाइपेप मशीन पर रखा गया था। रविवार को प्रशासन द्वारा जारी 206 सैंपल की रिपोर्ट में कोरोना का कोई नया मरीज सामने नहीं आया। हालांकि मेडिकल में भर्ती शहर निवासी वृद्धा की मौत हो गई। जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या पांच हो गई है।

निजी अस्पताल से भेजा गया था मेडिकल :

बताया जाता है कि 70 वर्षीय वृद्धा को रीढ़ की हड्डी व किडनी की बीमारी के इलाज के लिए रसल चौक स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां हार्ट अटैक व ब्रेन स्ट्रोक का भी पता चला। उपचार के दौरान कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए। जिसकी रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद वृद्धा को 21 अप्रैल की रात 12.30 बजे मेडिकल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान 22 अप्रैल की रात उनकी मौत हो गई थी। डेथ आडिट के बाद प्रशासन ने कोरोना से मौत की सूचना जारी की।

एक्सरे रिपोर्ट में सफेद थे फेफड़े :

मेडिकल कालेज अस्पताल में नर्स के 16 वर्षीय बेटे को गंभीर हात में 18 अप्रैल को भर्ती कराया गया था। मेडिकल के मेडिसिन आइसीयू में भर्ती होने के दौरान किशोर गंभीर रूप से निमोनिया की चपेट में था। उस समय शरीर का ब्लड प्रेशर मशीन नहीं पकड़ पा रही थी। एक्सरे रिपोर्ट में फेफड़ों की जगह सफेदी आ गई थी। किशोर के ह्दय में सूजन का भी पता चला। इस दौरान उसकी कोरोना की रिपोर्ट पाजिटिव आई। आक्सीजन की मात्रा 70 से भी कम हो गई थी। जिसके बाद उसे आक्सीजन प्रणाली पर रखकर कोविड वार्ड में उपचार किया गया। कोविड प्रभारी डा. संजय भारती ने बताया कि किशोर को रेमडेसिविर इंजेक्शन व स्टेरायड दिया गया।

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