सरकार गिराने को दलालों ने किया था संपर्क, पार्टी का नहीं पता: कुंजवाल

देहरादून: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल के प्रदेश की पिछली हरीश रावत सरकार को गिराने के लिए 100 करोड़ देने की पेशकश संबंध बयान तूल पकड़ गया है। पार्टी की अंदरूनी खींचतान को लेकर चलाए गए उनके तीर ने पार्टी के साथ ही सत्तारूढ़ दल भाजपा को भी निशाने पर लिया है। 

इस बयान को लेकर भाजपा की ओर हमले के जवाब में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुंजवाल ने दोहराया कि उन्हें धनराशि की पेशकश की गई थी। साथ में यह भी कहा कि उन्होंने भाजपा को इंगित करते हुए वक्तव्य नहीं दिया। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने बीते रोज अल्मोड़ा में पत्रकारों से बातचीत में अल्मोड़ा का जिलाध्यक्ष मोहन सिंह मेहरा को बनाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए हमेशा निष्ठा से काम किया है। पिछली कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए उन्हें 100 करोड़ रुपये दिए जा रहे थे। हमने ईमानदारी से अपना काम किया, लेकिन संगठन ने उनकी भावनाओं का आदर नहीं किया। इससे वह आहत हुए हैं।

कुंजवाल के इस बयान के बाद सत्तारूढ़ भाजपा ने उन पर हमला बोल दिया। साथ ही उन्हें सौ करोड़ की ऑफर देने वाले का नाम का खुलासा करने की चुनौती दी है। भाजपा के तल्ख तेवरों के संबंध में कांग्रेस नेता गोविंद सिंह कुंजवाल ने फिर दोहराया कि उन्हें धन देने की पेशकश की बात सत्य है लेकिन उन्होंने उक्त वक्तव्य भाजपा को इंगित करते हुए नहीं दिया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार को गिराने के लिए सक्रिय दलालों ने उनसे संपर्क साधा था, लेकिन वे किस पार्टी से हैं या नहीं, इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।

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