मुठभेड़ में वतन पर कुर्बान हुआ पंजाब का ये वीर जवान
शहीद की मां कर्मजीत कौर का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव के लोग उन्हें सांत्वना देने के लिए जुटने लगे हैं। दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम जिले के हलनू गांव में आतंकियों से मुठभेड़ में मजिंदर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
मनजिंदर सिंह नेशनल स्तर का कबड्डी व कुश्ती का खिलाडी था। करीब ढाई वर्ष पहले 11 जून 2015 को ही भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। शहीद का बड़ा भाई भूपिंदर सिंह भी सैनिक है और मौजूदा समय में पठानकोट में तैनात है। दो भाई अभी तक अवविवाहत थे। शहीद अपने पीछे बजुर्ग माता पिता को छोड़ गया है।
उसके पिता गांव बनावाला में ही खेती करते हैं और परिवार का पालन पोषण करते हैं। गांव निवासी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि शहीद सैनिक मनजिंदर का शव बुधवार देर रात तक उसके पैतृक गांव बनावाला में पहुंचने की संभावना है और उसका अंतिम संस्कार वीरवार को सरकारी सम्मान के साथ किया जाएगा।
इसके बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को खंगालना शुरू कर दिया। दोपहर 12 बजे नौबुग कुंड इलाके में आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी तो जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी को मार गिराया गया, जिसकी शिनाख्त कुलगाम जिले के बदरू यारीपोरा गांव के हिजबुल आतंकी मुजम्मिल मंजूर डार के रूप में की गई है। वह ए कैटेगरी का आतंकी था और बीटेक पास था।
मुठभेड़ के दौरान आतंकियों को भगाने में मदद के लिए लोगों ने मुठभेड़ स्थल पर भारी पथराव किया। पथराव कर रही भीड़ को खदेड़ने के लिए सुरक्षा बलों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। आतंकी के मारे जाने के बाद भी कई इलाकों में देर शाम तक हिंसक प्रदर्शन चलते रहे। इसमें कुछ लोगों के घायल होने की सूचना है।