स्तनपान कराने से बच्चे को होते हैं ये गजब के 5 फायदे…

मां का दूध शिशु को पोषण देने के साथ उसे कई रोगों से लड़ने की शक्ति भी प्रदान करता है। इतना ही नहीं मां का दूध शिशु की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक होता है। शायद यही वजह है कि शिशु के लिए मां के दूध को अमृत कहा जाता है। खास बात यह है कि आसानी से पचने के साथ मां का दूध शिशु के पेट में हर तरह की गड़बड़ी की आशंका को भी कम कर देता है।आइए डॉक्टर अर्चना से जानते हैं मां का दूध उसके बच्चे के लिए कैसे दूसरा जीवनदान होता है। स्तनपान कराने से बच्चे को होते हैं ये गजब के 5 फायदे...

 शिशु को फायदे

– मां का दूध बच्चे को रोगों से लड़ने में मदद करता है। मां के स्तन से पहली बार निकलने वाले दूध के साथ गाढ़ा पीले रंग का एक द्रव भी आता है, जिसे कोलोस्ट्रम कहते हैं। इसे शिशु को जरूर पिलाना चाहिए । कहा जाता है कि शिशु को संक्रमण से बचने और उसकी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में वह काफी मदद करता है। 
-मां का दूध शिशु के लिए सुपाच्य होता है। इसके अलावा मां का दूध पीने वाले बच्चे मोटापे का शिकार नहीं होते हैं।
-स्तनपान से रक्त कैंसर, मधुमेह और उच्च रक्तचाप का खतरा भी कम हो जाता है।
-मां का दूध बच्चे के दिमाग के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रखता है। इसे पिलाने से बच्चों की बौद्धिक क्षमता भी बढ़ोतरी होती है।
-स्तनपान कराने की वजह से मां और उसके शिशु के बीच भावनात्मक रिश्ता मजबूत होता है।
-मां का दूध शिशु को उसी तापमान में मिलता है जितना तापमान खुद उसके शरीर का होता है। जिसकी वजह से शिशु को सर्दी लगने का खतरा कम रहता है। 
– एक महिने से एक साल की उम्र में शिशु में SIDS (अचानक शिशु मृत्यु संलक्षण) का खतरा बना रहता है।जबकि मां का दूध शिशु को इस खतरे से बचाए रखता है। 
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