पेपर लीक पर बोले जावड़ेकर- रात भर नींद नहीं आई, दोषियों को मिलेगी सजा

सीबीएसई पेपर लीक मामला अब लगातार बढ़ता जा रहा है. क्राइम ब्रांच ने इस मुद्दे पर जांच शुरू कर दी है और कई जगह छापेमारी हुई है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि वह भी इस घटना से काफी दुखी हैं. जावड़ेकर ने कहा कि मैं रातभर इसके कारण सो नहीं पाया हूं, मैं भी एक अभिभावक हूं इस चिंता को समझता हूं. 

पेपर लीक पर बोले जावड़ेकर- रात भर नींद नहीं आई, दोषियों को मिलेगी सजाजावड़ेकर ने कहा कि CBSE एक अच्छी संस्था है, उसकी व्यवस्था अच्छी है. लेकिन इस घटना से उनपर भी दाग लगा है. उन्होंने कहा कि इस घटना से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चिंतित है. इस घटना का दोषी जो भी है, उसे बख्शा नहीं जाएगा.

उन्होंने कहा कि शिक्षा समस्या को लेकर सरकार ने कुछ कदम भी उठाए हैं. इसमें प्राइवेट कॉलेज में जाने के लिए 6600 करोड़ रुपए का लोन सरकार भरेगी. पिछले तीन साल में हमने 5500 करोड़ रुपए की सब्सिडी दी है. जावड़ेकर बोले कि जो भी आज 16 लाख विद्यार्थियों के साथ हुआ उसके लिए हमें काफी दुख है. 

आपको बता दें कि सीबीएसई बोर्ड की 10वीं क्लास के गणित और 12वीं क्लास के इकॉनोमिक्स का पेपर लीक हुआ था. इसके बाद सीबीएसई ने इस दोबारा करवाने की बात कही है. साथ ही जल्द ही बोर्ड परीक्षा की तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा.

आपको बता दें कि पेपर लीक हो जाने के कुछ घंटे बाद क्राइम ब्रांच ने दिल्ली-एनसीआर के 10 स्थानों पर छापेमारी की है. सूत्रों ने अनुसार क्राइम ब्रांच की जांच इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रही है कि पेपर कैसे लीक हो गए थे. क्राइम ब्रांच ने पेपर लीक की जांच को भागों में बांटा है. CBSE बोर्ड के पेपर लीक हो जाने की वजह से देशभर के 19 लाख बच्चों पर असर पड़ा. बता दें, इस साल बोर्ड की परीक्षा के लिए में करीब 2,824,696 बच्चे शामिल हुए हैं.

बनाई गई SIT

10वीं और 12वीं कक्षा के कथित प्रश्न-पत्र लीक मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने अपनी अपराध शाखा का एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है. विशेष पुलिस आयुक्त आर.पी. उपाध्याय ने बताया, “एसआईटी का नेतृत्व संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार करेंगे.

जांच करने वाली एसआईटी में पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) और सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) रैंक के पुलिसकर्मी शामिल हैं.” सीबीएसई द्वारा अपराध शाखा में दो मामले दर्ज करने के बाद एसआईटी का गठन हुआ है.

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