इस वजह से पहाड़ के दस हजार यात्रियों ने चुकाया तीन गुना किराया

हल्द्वानी: पहाड़ जाने वाले यात्रियों को शुक्रवार को तीन गुना किराया देकर गंतव्य तक पहुंचना पड़ा। वजह केमू की हड़ताल रही। केमू बसों के पहिये थमने के कारण यात्रियों को टैक्सी का सहारा लेना पड़ा। क्योंकि रोडवेज की पर्वतीय रूट पर चलने वाली बसें पर्याप्त नहीं हैं। किराये बढ़ाने समेत तमाम मांगों को लेकर शुक्रवार से केमू संचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए।इस वजह से पहाड़ के दस हजार यात्रियों ने चुकाया तीन गुना किराया

हल्द्वानी स्टेशन से केमू की 350 और रामनगर स्टेशन से सौ बसें संचालित होती हैं। सुबह जब दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद आदि बसों से रोडवेज स्टेशन पहुंचने के बाद जब सवारियां पहाड़ जाने के लिए केमू स्टेशन पहुंची तो उन्हें पता चला कि हड़ताल है। मजबूरी में उन्हें टैक्सियों में बैठकर जाना पड़ा। केमू यूनियन के मुताबिक एक दिन बस खड़ी होने की वजह से आठ लाख से अधिक नुकसान सिर्फ हल्द्वानी डिपो को उठाना पड़ा।

केमू और टैक्सी भाड़े का अंतर

रूट                केमू                टैक्सी

अल्मोड़ा        125                 300

रानीखेत         125               300

बागेश्वर          225               600

पिथौरागढ़        285               600

नैनीताल           70                200

 केमू संचालकों ने किया प्रदर्शन

मांगों का लेकर केमू संचालकों ने शुक्रवार सुबह कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने शासन और परिवहन विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि हर बार उन्हें आश्ववासन देकर शांत करा दिया जाता है, लेकिन अब वे मांग पूरी न होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। प्रदर्शन करने वालों में हौशियार सिंह गौनिया, हीरा सिंह दानू, लक्ष्मण सिंह, कमल पांडे, त्रिलोक अधिकारी, रवि सनवाल, अनीस अहमद, देवीदत्त मिश्रा, प्रदीप बर्गली, ललित मेहता, बृजेश तिवारी शामिल रहे।

केमू की मांगे

– 95 पैसे प्रति किमी किराये को 1.72 पैसे किया जाए

– 79 साल पुरानी कंपनी को धरोहर घोषित किया जाए

– छोटे मार्गो पर चलने की अनुमति मिले

– तीन साल के बच्चे को सवारी में नहीं गिना जाए

– पुलिस और प्रशासन द्वारा किया जा रहा उत्पीड़न बंद हो

– ओवरस्पीड में परमिट निरस्त नहीं होना चाहिए

– हर चौकी-थाने में बस की चेकिंग न हो

– स्पीड गर्वनर और जीपीएस सिस्टम की बाध्यता समाप्त की जाए

कुमाऊं मोटर्स ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश सिंह के अध्यक्ष सुरेश सिंह डसीला ने कहा मांगों  को लेकर हड़ताल जारी रहेगी। प्रशासन से लेकर शासन तक कई बार मांगे रखी गई, लेकिन किसी ने सुध नहीं लिया। ये केमू संचालकों का जायज आक्रोश है।

केमू यूनियन निजी कारों में भरी सवारी

केमू की हड़ताल का फायदा कुछ निजी कार चालकों ने भी उठाया। केमू और रोडवेज स्टेशन के पास से इन लोगों ने सवारियों को बुला-बुलाकर कारों में बिठाया।

टैक्सी चालकों की हल्की झड़प भी हुई

कुछ टैक्सी संचालक हड़ताल के दौरान सुबह के समय केमू रोड और रोडवेज के अंदर से सवारियों को पकड़कर लेकर जा रहे थे। इस बीच कुछ केमू संचालकों ने उनसे कहा कि सवारियों को टैक्सी स्टैंड पहुंचने के बाद गाड़ी में बिठाओ। इस बात को लेकर हल्की नोकझोंक भी हुई।

बसों ने इन रूटों पर दिया कुछ साथ

निगम ने हड़ताल के मद्देनजर अल्मोड़ा रूट पर तीन अतिरिक्त बसों को भेजा। इसके अलावा गंगोलीहाट, पिथौरागढ़, दूनागिरी, जौरासी, बबियाड़, जंगलिया गांव, नाचनी, देवाल, बागेश्वर और कौसानी रूट पर रोजाना की तरह बस गई।

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