Suicide: ‘मम्मी जी मैंने कोई गलत काम नहीं किया, मैं जेल नहीं जाना चाहता’

चंडीगढ़. चंडीगढ़ पुलिस में तैनात होमगार्ड का मनीमाजरा स्थित पेट्रोल पंप की बेक साइड जंगल एरिया में शव पेड़ से लटका मिला था। जिसे लेकर गुरुवार को मृतक के परिवार वालों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। पुलिस इसको आत्महत्या मान रही है, लेकिन परिवार वालों का आरोप है कि कुछ पुलिस वाले मोहन सिंह को डरा रहे थे कि तुझे चोरी के झूठे आरोप में फंसा देंगे। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले कार्यालय में सामान चोरी हुआ था। जिसकी कार्यालय की ओर से शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी और उसके बाद मंगलवार से होमगार्ड मोहन लापता था। जिसकी परिवार वालों ने मनीमाजरा थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई थी।
 
 
सुसाइड नोट में यह लिखा…
 
‘मम्मी जी मैंने कोई गलत काम नहीं किया है। मैं जेल नहीं जाना चाहता हूं। पुलिस वालों ने कहा है कि उसे गिरफ्तार किया जाएगा। मुझे माफ करना, पत्नी मधु को बच्चों का ध्यान रखना।’ – मोहन जोशी 
ये था मामला…
 
 सेक्टर-19 स्थित ली-कार्बूजिए सेंटर से हेरिटेज फर्नीचर चोरी हुआ। यह खबर पूरी तरह दब भी जाती मगर इस चोरी के लिए धमकाए जा रहे होमगार्ड के जवान ने खुदकुशी कर ली। इंदिरा कालोनी निवासी गार्ड मोहन चंद जोशी (37) का शव बुधवार को माडर्न कांपलेक्स के पास स्थित जंगल में पेड़ से लटका मिला था। उसके पास मिले सुसाइड नोट में चोरी का जिक्र करते हुए पुलिस से तंग आकर आत्महत्या करने की बात कही गई है।
 
 मृतक मोहन के भाई गिरीश ने बताया कि मोहन सारंगपुर स्थित आरबीआई में ड्यूटी करता था। इसके साथ ही वह सेक्टर 19 स्थित ली कार्बूजिए के सेंटर में सिक्योरिटी गार्ड का काम भी करता था। गिरीश ने बताया कि एक दिन जब मोहन ड्यूटी पर गया तो संग्रहालय के शीशे टूटे थे और भीतर से फर्नीचर गायब था। गिरीश का आरोप है कि पुलिस मोहन को फर्नीचर चोरी के मामले में फंसाने का प्रयास कर रही थी। इसके चलते उसका भाई काफी परेशान चल रहा था। सेक्टर -19 थाना पुलिस ने उसको सोमवार को थाने में बुला कर धमकाया था कि उसे गिरफ्तार किया जाएगा। यह बात मोहन ने अपने सुसाइsuicide-2_1443692882ड नोट में लिखा भी है।

 

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